जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर में राजस्व मंत्री रामलाल जाट और पटवारियों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर मंत्री के आवास का घेराव करने पहुंचे पटवारियों ने मंत्री के सामने ट्रांसफर-पोस्टिंग में हजारों-लाखों रुपए लेने और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए। जवाब में मंत्री ने अपने भाषण में पटवारियों से कहा- आप लोग आए दिन एसीबी की पकड़ में आते हैं।
दरअसल, राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले बड़ी संख्या में राजस्व सेवा के कर्मचारियों (पटवारी, नायब तहसीलदार, गिरदावरों) ने आज जयपुर स्थित मंत्री रामलाल जाट के आवास के बाहर घेराव कर धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने मंत्री को ज्ञापन देने के लिए घर से बाहर बुलाया। मंत्री के पहुंचने पर माइक पर ही प्रदर्शनकारियों के पदाधिकारियों ने अपनी बात रखी। इसके बाद मंत्री ने भी उसी माइक के जरिए प्रदर्शनकारियों को भाषण देकर अपना जवाब दिया।
ट्रांसफर के 50 हजार से एक लाख रुपए तक लेते हैं
पटवार संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र कविया ने कहा- हमारे कई साथी ऐसे हैं, जिनका पहले तो ट्रांसफर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर समेत दूर-दराज के एरिया में कर दिया। अब दोबारा वे ट्रांसफर के लिए कहते हैं तो 50 हजार से एक लाख रुपए तक मांगे जाते हैं। ट्रांसफर में इतना भ्रष्टाचार हो रहा है।
मंत्री बोले- आपके कारण सरकार की बदनामी होती है
रेवेन्यू मंत्री ने पटवारियों की बात सुनने के बाद उन्हें खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा- आज प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले में सबसे ज्यादा पटवारी और पुलिस वाले पकड़े जाते हैं। विरासत और रजिस्ट्री से जुड़े 80 फीसदी से ज्यादा नामांतरण आप लोग 2-3 माह से भी अधिक समय तक अटकाए रखते हो। इसके कारण आप लोग आए दिन एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की पकड़ में आते हैं। इस कारण आपके साथ-साथ सरकार की बदनामी भी होती है।
ये हैं प्रमुख मांगें
- सीनियर पटवारी के पद को विलोपित किया जाए।
- नायब तहसीलदार के पद 100 फीसदी प्रमोशन के जरिए भरे जाएं।
- पटवारियों के ग्रेड-पे को बढ़ाने, पटवारी, गिरदावर, नायब तहसीलदार और तहसीलदारों के कैडर का रिव्यू करके नए पद सृजित किए जाएं।
- पटवारियों का ग्रेड-पे बढ़ाकर एल-6 किया जाए।
- पटवारियों के लिए स्थानान्तरण नियम 9 (B) को जो नवंबर 2020 में विलोपित किया था, उसे बहाल किया जाए।
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