दौसा ब्यूरो रिपोर्ट। 

दौसा में इंदिरा रसोई में कुकर ब्लास्ट होने से 3 महिलाएं घायल हो गईं। हादसा जिले की मंडावर नगर पालिका में संचालित इंदिरा रसोई में शुक्रवार सुबह 9 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार रोजाना की तरह इंदिरा रसोई में सुबह 8 बजे खाना पकाने के लिए मंडावर की सतानंद कॉलोनी निवासी महिला रामदेई पत्नी जगदीश सैनी, गोमा पत्नी अशोक सैनी व गुड्डी पत्नी दीपचंद सैनी पहुंची। इसके बाद तीनों ने रसोई में खाना पकाने का काम शुरू कर दिया। एक महिला ने प्रेशर कुकर में सब्जी चढ़ा दी। काफी देर तक प्रेशर कुकर में सीटी नहीं आई। इंदिरा रसोई संचालक रसोई के बाहर लगे काउंटर पर बैठा था। उस वक्त रसोई में एक-दो लोग ही थे।

सुबह 9 बजे अचानक प्रेशर कुकर तेज धमाके से ब्लास्ट हो गया। ढक्कन के टुकड़े उछलकर महिलाओं को लगे। तीनों महिलाएं मामूली रूप से घायल हो गईं। जिन्हें मंडावरा हॉस्पिटल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद तीनों महिलाओं को छुट्‌टी दे दी गई।

महिलाओं की चीख-पुकार से सहमे लोग

सुबह 9 बजे इंदिरा रसोई से जबरदस्त धमाके की आवाज सुनाई दी और महिलाओं की चीख-पुकार मची तो बाहर बैठा संचालक और आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। उन्होंने महिलाओं को संभाला। धमाके से इंदिरा रसोई में लगा एलईडी टीवी भी दीवार से जमीन पर गिर पड़ा और टूट गया।सूचना पर पहुंची मंडावर थाना पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी लेकर घायल महिलाओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

लापरवाही का नतीजा थी यह घटना

घायल महिलाओं ने बताया कि प्रेशर कुकर का ढक्कन कई दिनों से खराब था। इसके बारे में फर्म के संचालक को कई बार शिकायत की। लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया और ढक्कन को ठीक नहीं कराया। इंदिरा रसोई संचालक योगेंद्र का कहना है कि 1 अप्रैल को ही नया प्रेशर कुकर खरीद कर दिया था, अचानक यह हादसा कैसे हुआ कुछ समझ नहीं आ रहा। हादसे के वक्त कंप्यूटर ऑपरेटर हितेश भी मौके पर मौजूद था। बता दें कि जरूरतमंदों को महज 8 रूपए में भोजन उपलब्ध कराने के लिए इंदिरा रसोई योजना राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में संसाधनों की कमी जानलेवा साबित हो सकती थी।

ऐसी ही एक घटना 4 दिन पहले जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में हुई थी। जिसमें प्रेशर कुकर फटने से 47 साल की महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी। प्रेशर कुकर के टुकड़े दीवार के आर-पार हो गए थे। इस घटना के बाद भी दौसा की इंदिरा रसोई के संचालक ने प्रेशर कुकर के ढक्कन को ठीक कराने की जिम्मेदारी नहीं उठाई।