जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान रोडवेज के पांच श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे की ओर से जयपुर सिंधी कैंप बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया गया। रोडवेज बचाओ संकल्प नारे के साथ शुरू हुए इस प्रदर्शन में सभी कर्मचारी अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान कर्मचारियों ने बस स्टैंड के अंदर चारों तरफ रैली निकाली और बाहर मेट्रो स्टेशन पर सभा को संबोधित किया।

संयुक्त मोर्चे के संयोजक एम.एल. यादव ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में रोडवेज और इसके कर्मचारियों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए किए चुनावी वादे को सरकार पूरा नहीं कर रही है। हम अपनी 11 सूत्री मांगों के लिए पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन न तो रोडवेज प्रबंधन और न सरकार हमारे प्रति संवेदनशील है।

यादव ने बताया कि रोडवेज और कर्मचारी हित की मांगें स्वीकार नहीं होने की स्थिति में अब कर्मचारियों ने 5 सितंबर को प्रदेश व्यापी हड़ताल का ऐलान किया है, लेकिन सरकार ने इस हड़ताल को रोकने के लिए रेस्मा का उपयोग कर दिया। यादव ने कहा कि देश में लोकतंत्र की रक्षा की बात करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार अगर नौकरशाही की सलाह पर रोडवेज कर्मचारियों के लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे आंदोलन को दबाती है तो यह उनके दोहरे चरित्र को उजागर करेगा।

यादव ने कहा कि सरकार और रोडवेज प्रबंधन को खुले दिल से संयुक्त मोर्चे के साथ बातचीत करके उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य निजी स्वार्थों की पूर्ति करना नहीं बल्कि भविष्य में रोडवेज के अस्तित्व को बनाए रखना है।