जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
प्रदेश के मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों में मंगलवार को मरीजों का परेशान होना तय है। वजह है कि विभिन्न मांगों को लेकर मेडिकल टीचर्स सामूहिक कार्य बहिष्कार करेंगे। इनमें एसएमएस, जेके लोन, महिला, जनाना, गणगौरी, कांवटिया जैसे बड़े अस्पताल शामिल हैं। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर 1 अगस्त को कार्य बहिष्कार की घोषणा के बाद सीनियर प्रोफेसर, प्रोफे. असि. प्रोफेसर कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। ऐसे में जूनियर डॉक्टर्स और रेजिडेंट पर कार्यभार रहेगा। वहीं मेजर ऑपरेशन और ओपीडी भी निश्चित रूप से प्रभावित होंगी।
मालूम हो कि डॉक्टर्स मेडिकल टीचर्स की राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सर्विसेज के पृथक कैडर के गठन, 2014 से 2018 के बीच डीएसीपी प्रमोशन के प्रभावी दिनांक से देय भुगतान, एकेडमिक अलाउंस में रिवीजन, हाई रिस्क अलाउंस और मासिक टेलीफोन राशि, निदेशक के पद पर वरिष्ठ चिकित्सक शिक्षक को लगाने, सीनियर प्रोफेसर के बाद हायर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड पद पर एक और प्रमोशन, परामर्श शुल्क को डीए से अटैच करने, सालाना 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी, एनएमसी निरीक्षण के लिए तबादले बन्द किए जाने समेत जैसी मांगों को लेकर पिछले एक महीने से विरोध जता रहे हैं और मंगलवार को कार्य बहिष्कार करेंगे।
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