कोटा ब्यूरो रिपोर्ट। 

कोटा पहुंचे बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां कांग्रेस पर जमकर बरसे। गुरुवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूनियां ने कहा कि शाहपुरा के गांव में 14 साल की बालिका को भट्टी में झोंक दिया गया। ये उस समय हुआ है जब सरकार जनसंवाद का वीडियो कॉन्टेस्ट जारी कर रही है। 100 यूनिट मुफ्त बिजली और 500 रुपए में सिलेंडर का ढिंढोरा पीट रही है।

अपराधी बेखौफ

प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं। अब तो थानों में लिखी पंच लाइन को बदल देना चाहिए। 'अपराधियों में हौसला, आमजन में भय है' । अगर यह हौसला नहीं होता तो इस तरीके से बलात्कार का सिलसिला जारी नहीं होता।

किसानों की जमीन कुर्क हो गई

पूनियां ने कहा मुख्यमंत्री व राजस्थान की सरकार ने 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ करने का दावा किया। हमारे सवाल के जवाब में सदन में सरकार ने कहा कि 19 हजार 422 किसानों की जमीन कर्ज के कारण कुर्क हो गई। सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है। मुख्यमंत्री को पब्लिक डोमन में लोगों ने कहां, राजस्थान में हमें काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है।

भू माफिया से घिरी सरकार

78 प्रतिशत लोगों को राजस्थान में काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। जैसे होटल रेस्टोरेंट का मेन्यू कार्ड होता है उस तर्ज पर अपराध, भ्रष्टाचार का भी मेन्यू कार्ड हो गया है। आप रेट बताइए और काम करवाइए। सरकार किस तरीके से माफियाओं से घिरी है। यह तो कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह चिट्ठियां लिखकर बताते हैं। रामनारायण मीणा व दिव्या मदेरणा भी सदन में मुद्दे उठाए हैं। अशोक गहलोत की सरपरस्ती में सोने के बिस्किट उन्हीं के दफ्तर के पीछे मिलते हैं। इससे बड़ा चमत्कार और जादू नहीं हो सकता। प्रदेश में अराजकता और बदहाली का माहौल है।

सबको अधिकार

देवी सिंह भाटी के तीसरा मोर्चा बनाने की बात पर उन्होंने कहा लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कहने का सबको अधिकार है। देश में खासकर राजस्थान में 90 के बाद जो ट्रैक रहा है। वो दो ध्रुवीय राजनीति रही है। जो लोग अपनी मंशा, विचार से कोई मंच या संस्था बनाना चाह रहे हैं उन्हें अधिकार है।

समय आने पर होगा खुलासा

लाल डायरी के सवाल पर पूनियां ने कहा कि जब गुढ़ा बीएसपी के टिकट पर जीतकर आए तब वह खरे थे। गहलोत ने गुढ़ा को संकटमोचक कहा। कांग्रेस की फितरत है, मीठा-मीठा गप -गप, खारा- खारा थू-थू। जब गुढ़ा ने राज्य की कानून व्यवस्था, रेप की घटनाओं का उल्लेख करते हुए सदन में कहा ,तो उनको बर्खास्त कर दिया गया। इससे पता लगता है उनके पास सरकार का कोई न कोई राज है। अभी तीन पन्ने सामने आए हैं इसलिए मुझे लगता है कि अभी धुआं है, तो आग भी पक्की होगी। इसका खुलासा प्रमाणिक रूप से कब होगा, यह समय बताएगा। मणिपुर मामले पर उन्होंने कहा किसी भी प्रदेश की, किसी भी मामले में तुलना नहीं की जा सकती। मैं यहां बात सिर्फ राजस्थान की करूंगा। क्योंकि हम यहां रहते हैं। यह कोई एक्सक्यूज नहीं है कि राजस्थान की सरकार को माफ कर दिया जाए।

प्रभावशाली रहा प्रदर्शन

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जयपुर प्रदर्शन में शामिल नहीं होने के सवाल पर पूनियां ने कहा किसी भी नेता की उपस्थिति व अनुपस्थिति, राजनीतिक मुद्दा नहीं है। पार्टी व संगठन में इस बात को लेकर कोई गंभीरता नहीं है। क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी परिस्थिति होती है। बात यह है कि प्रदर्शन प्रभावी हुआ जो संदेश हम प्रदेश की जनता को देना चाहते थे वह प्रभावी रूप से हम दे पाए।