जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान के देवकरण सैनी मिशन कौशल विकास पर निकले हुए है। इसके अंतर्गत वह देश भर के अलग अलग स्थानों पर जाकर युवाओं को जर्मन भाषा में देश और दुनिया में रोजगार के उपलब्ध अवसरों के बारे में जानकारी देते हैं। वह जर्मन भाषा के जाने माने ट्रेनर हैं और हजारों लोगों को जर्मन पढ़ा चुके हैं।
इस अभियान के अंतर्गत सेमिनार सिरसा के डी लैंग्वेज स्टूडियो और कैंवर्स डोयच स्टूडियम इंस्टिट्यूट्स पर आयोजित की गई जिसमें हिसार, सिरसा और आस पास के गांवों से आए सौ से ज्यादा छात्र छात्राओं ने भाग लिया। ई लैंग्वेज स्टूडियो के जर्मन ट्रेनर और जर्मन स्पीकर्स क्लब के संयोजक सैनी विद्याथियों को जागरूक करने के लिए देश भर का दौरा करेंगे।
सेमिनार में जर्मन स्पीकर्स के संयोजक देवकरण सैनी ने विदेशों में खासकर जर्मनी में रोजगार के अवसरों के बारे में उपलब्ध अवसरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह 12 वीं पास आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस के छात्र जर्मनी में पढ़ाई के साथ कमाई कर रहे हैं। इन छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही काम का अवसर मिलता है और स्टाई फंड से पढ़ाई के दौरान ही कम से कम 80 से 1 लाख रुपए तक कमा रहे हैं। इसके अलावा एक्स्ट्रा काम का अवसर भी मिलता है जिससे अपना रहने खाने का खर्च निकाल कर भी चालीस से पचास हजार तक बचा पा रहे हैं। तीन साल की पढ़ाई के बाद तो दो लाख से ऊपर ही कमाते हैं। जयपुर का ई लैंग्वेज स्टूडियो और जर्मन स्पीकर्स क्लब ने इस तरह से पिछले दो सालों में राजस्थान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, गुजरात, केरला और भारत भर के दर्जनों विद्यार्थियों को जर्मनी भेजा है। इस बारे में सेमिनार में जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में कार्यरत और आई टी एक्सपर्ट सुरेंद्र कुमार ने नर्सेज, आई टी एक्सपर्ट्स की डिमांड और उनके डायरेक्ट प्लेसमेंट के बारे में जानकारी दी। इन प्रोग्राम्स और विद्यार्थियों की पूरी पूरी जानकारी जर्मन स्पीकर्स क्लब के ऑनलाइन प्लेटफार्म पर विद्यार्थी खुद ले सकते हैं। हिसार और सिरसा के बाद इस सप्ताह उनके सेमिनार और दूसरे प्रोग्राम अमृतसर, चंडीगढ़, पटियाला, कुरुक्षेत्र और पानीपत में होंगे।
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