श्रीगंगानगर - राकेश शर्मा

फायर सेफ्टी विभाग श्रीगंगानगर द्वारा समय-समय पर फायर सेफ्टी के लिहाज से जांचें की जाती है, जिसमें संस्थानों के फायर सेफ्टी लाइसेंस एवं फायर सेफ्टी उपकरणों को देखा व जांचा जाता है। परंतु पिछले कुछ माह से फायर सेफ्टी लाइसेंस बनाने का काम शहर में ठप हो चुका है, जिसके विरोध में आज गुरूवार को होटल एसोसिएशन द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले पांच छ: महिनों से फायर सेफ्टी लाइसेंस बनाने एवं रिन्यू करने का कार्य ठप हो चुका है। फायर सेफ्टी विभाग के पास वर्तमान में 100 से ज्यादा फाइलें पेंडिंग में पड़ी है, जिनकी कहीं भी सुनवाई नहीं है। इसके कारण व्यापारियों, डॉक्टरों आदि को तो परेशानियां आ ही रही है, साथ में राजस्थान सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि शहर में बहुत सी ऐसी इमारतें हैं, जो पुरानी है या ऐसे स्थानों पर निर्मित है, जहां सरकार के पूरे नियमों का पालन करना वास्तविक रूप से संभव नहीं है, जिसमें हम सरकार से ये मांग करते है कि सरकार हमें कुछ रियायतें प्रदान करें ताकि हमारा भी फायदा हो सके और सरकार का भी। फायर सेफ्टी को लेकर शहर का हर संस्थान जागरूक है और इस संदर्भ में फायर सेफ्टी विभाग का सहयोग करना चाहता है परंतु अगर छ: छ: माह तक फायर सेफ्टी लाइसेंस ही नहीं बनेंगे तो कैसे व्यापारी या संस्थान कार्य कर सकेगा। इस प्रेस वार्ता में आईएमए अध्यक्ष डॉ. हरीश रहेजा, पूर्व आईएमए अध्यक्ष डॉ. संदीप चौहान, डॉ. सुभाष राजोतिया, होटल एसो. के महासचिव अमित आजाद, उपाध्यक्ष मंगत गेरा, कोषाध्यक्ष विनोद सचदेवा, सदस्य प्रवीण नागपाल, सुदेश पाहुजा सहित अनेकों एसो. से जुड़े हुए लोग उपस्थित रहे।