जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

स्टेट पीसीपीएनडीटी सेल ने एक डिकॉय ऑपरेशन के जरिए भ्रूण लिंग जांच के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक महिला दलाल को पकड़ा है। ये महिला दलाल गर्भवती महिलाओं से पैसे लेकर झूठी रिपोर्ट देती थी। डिकॉय टीम की सदस्य गभर्वती महिला के साथ भी उसने एेसा ही किया, जिसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पिछले एक महीने में सेल की ये दूसरी कार्रवाई है, जब इस काम में महिला दलाल को पकड़ा है।

एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि शाहपुरा, विराटनगर, थानागाजी के आसपास एक गिरोह गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच करवाता है। सूचना की पुष्टि के बाद हमने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी सतवीर सिंह के नेतृत्व में एक डिकॉय टीम बनाई।

डॉ. सोनी ने बताया कि टीम की सदस्य गर्भवती महिला ने दलाल नैहना देवी पत्नी अशोक कुमार शर्मा निवासी नाथासूर अलवर से बातचीत की। इस बातचीत में दलाल महिला ने गर्भवती महिला को 25 हजार में भ्रूण लिंग जांच करवाने की बात कही। इसके बाद दलाल नैहना देवी ने डिकॉय गर्भवती को विराटनगर के बस स्टैंड पर बुलाया। वहां से अपनी गाड़ी में शाहपुरा लेकर गई और राजकीय चिकित्सालय से गर्भवती महिला की पर्ची बनवाकर सोनोग्राफी लिखवा कर हॉस्पिटल के सामने संचालित निजी सोनोग्राफी सेंटर में लेकर गई।

जांच के बाद बताया आपके पेट में लड़की है
सरकारी हॉस्पिटल की पर्ची के बाद सोनोग्राफी सेंटर पर जाकर गर्भवती महिला की सामान्य तरीके से सोनोग्राफी की जांच करवाई। जांच करवाने के बाद जैसे ही गर्भवती महिला और उसकी सहयोगी महिला जांच सेंटर से बाहर आई तो दलाल महिला ने उनसे मुलाकात की और मौखिक तौर पर गर्भ में पल रहे भ्रूण के बारे में बताया कि आपके गर्भ में लड़की है।

इशारा मिलते ही डिकॉय टीम ने दलाल महिला को पकड़ लिया। इसके बाद टीम ने सोनोग्राफी सेंटर के दस्तावेज जांच किए, जो सही पाए गए। दलाल नैहना देवी से जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि मैंने मनगढ़ंत तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण की जानकारी देकर राशि ली है। जिस पर टीम ने उसकी जब तलाशी ली तो उसके पास 24 हजार 500 के हू-ब-हू नंबरी नोट बरामद किए।