चित्तौड़गढ़ ब्यूरो रिपोर्ट। 

मानसून में स्टेट हाइवे की खराब सड़कों व उनके गड्ढों को लेकर मानवाधिकार आयोग ने स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लिया हैं। आयोग के सदस्य जस्टिस रामचंद्र सिंह झाला ने मीडिया में छपी खबरो के आधार पर पूरे मामलें को प्रथमदृष्ट्या मानवाधिकार हनन का माना हैं।

अपने आदेश में आयोग ने जिला कलक्टर चित्तौड़गढ़ को नोटिस जारी करते हुए खबर में अंकित तथ्यों के संबंध में जांच कराकर उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। वहीं कार्यवाही की प्रगति रिपोर्ट अगली तारीख तक आयोग में पेश करने के लिए भी कहा हैं।

साथ ही आयोग ने सार्वजनिक निर्माण विभाग, निम्बाहेड़ा के अधिशाषी अभियंता व सहायक अभियंता को अगली तारीख को व्यक्तिगत रूप से आयोग के सामने उपस्थित रहने के आदेश दिए हैं। आयोग ने 23 अगस्त को मामलें की अगली सुनवाई तय की हैं।

मंगलवाड़-डूंगला-बड़ीसादड़ी स्टेट हाइवे खस्ताहाल
चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला कस्बे से निकलने वाले स्टेट हाइवे के खस्ताहाल होने को लेकर आयोग ने प्रसंज्ञान लिया हैं। आयोग ने अपने आदेश में मीडिया रिपोर्ट्स का जिक्र करते हुए कहा है कि उपखंड मुख्यालय होते हुए भी डुंगला कस्बे की सड़कें खस्ताहाल हैं। यहां से गुज़रना जान जोखिम में डालने के बराबर हैं।

कस्बे से मंगलवाड़ जाने वाले मुख्य मार्ग हो या बड़ीसादड़ी जाने वाला मार्ग या फिर कानोड़ मार्ग, किसी भी मार्ग पर निकल जाए। इन सड़कों पर इतने गड्ढे हो गए हैं कि छोटे वाहन चालक तो दूर बड़े वाहन चालक भी परेशान रहते हैं। वहीं ग्रामीणों द्वारा कई बार सार्वजनिक निर्माण विभाग को शिकायत करने के बाद भी इन्हें दुरस्त नहीं किया गया हैं।