जैसलमेर - मनीष व्यास  

राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खण्डेला ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से ढेरों योजनाएं संचालित कर उनको लाभ दे रही है। उन्होंने कहा कि किसान आयोग भी किसानों के कल्याण एवं उत्थान के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्हांेने कहा कि किसानों को उन्नत खेती एवं नवाचारों के बारे में जानकारी देने के लिए आयोग हर जिले में जा रहा है एवं किसानों के साथ ऐसे कृषक संवाद कार्यक्रम कर खेती को बढावा देने एव कृषि के क्षेत्र में किसानों को आ रही समस्याओं की जानकारी प्राप्त कर इस क्षेत्र में उन पर अमल कर रहा है।

किसान आयोग के अध्यक्ष खण्डेला मंगलवार को आयोग एवं कृषि विभाग के तत्वावधान में उत्कर्ष जैन भवन में आयोजित ‘‘कृषक संवाद कार्यक्रम‘‘ में मुख्य अतिथि के रूप मंे किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलेक्टर गोपाल लाल स्वर्णकार, पुर्व विधायक नारायण राम बेडा, डाॅ जीएल केसवा, डाॅ सुखदेव सिंह बुरडक, श्रीमति सोहनी चैधरी आयोग सदस्य, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमति अंजना मेघवाल, जैव कृषि वैज्ञानिक डाॅ ओ.पी. खेहड, डेयरी विषेशज्ञ डाॅ राजेश मान, उद्यानिकी विशेषज्ञ डाॅ इन्द्रभुषण मौर्य, उपसचिव डाॅ नीता सहित जिले के प्रगतिशील किसान एवं महिला कृषक, कृषि, पशुपालन, सहकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

किसान योजनाओं का उठांए भरपूर लाभ

किसान आयोग के अध्यक्ष ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानोें द्वारा खेती के सुधार के सम्बन्ध मंे जो समस्या एवं सुझाव दिए है उन पर आयोग पूरी तरह से अमल करेगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में संचालित विभिन्न अनुदानित योजनाओं का भरपूर लाभ उठावंे ताकि वे कृषि के माध्यम से अपने आर्थिक जीवन को सुधार सकंे। उन्होने कहा कि आयोग भी किसानों के हितों के लिए हर संभव कार्य कर रहा है। उन्हांेंने कहा कि किसान अन्नदाता है उसी भाव से कृषि के उत्पादन को बढाने में तनमन से कार्य करें। उन्होंने कृषि के साथ पशुपालन को भी बढावा देने पर जोर दिया।

संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार राधेश्याम नारवाल ने आयोग के अध्यक्ष के साथ ही अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषक संवाद कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी एवं जिले की कृषि की स्थिति के बारे में भी विस्तार से अवगत कराया।

इन किसानों ने दिए सुझाव

कृषक संवाद कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसान मनोहर सिंह भैरवा ने कृषि के क्षेत्र में अनुदान की राशि बढाने, कर्नल अचलाराम पंवार ने जैविेक खेती को बढावा देने एवं समय पर बीजों का वितरण करावें, जैठूसिंह लाठी ने खरीफ फसल में ग्वार को दलहन फसल के रूप में घोषित कराने, पूरी फसल को मूूल्य निर्धारित दरों पर खरीद कराने, भगवान सिंह चांधन ने बागवानी में डिग्गी के लिए अनुदान बढाने, आत्माराम गर्ग ने नलकूपों पर डिग्गीयों की संख्या बढाने, सवाईसिंह रिदवा ने सौर उर्जा के कनेक्शन कराने, नारायण दान शास्त्री ने गौपालन व जैविक खेती को बढावा देने के लिए अनुदान में बढोतरी कराने, कंवराजसिंह कर्मो की ढाणी ने वर्मी कम्पोस्ट खाद की सुविधा दिलाने, मालसिंह जामडा ने डिग्गी के लिए 5 होर्स पावर विद्युत कनेक्शन कराने, महेन्द्रसिंह बडोडा ने किसानोें को अन्य प्रदेशों में भ्रमण कराने, जब्बरसिंह हरियासर ने कृषक सेवा केन्द्र स्वीकृत कराने, धर्मसिंह पंवार ने नहरी क्षेत्र में भूमि के अनुपात में सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के संबंध में सुझाव दिए।

आयोग के अध्यक्ष खण्डेला ने इस मौके पर उन्नत कृषि, जैविक, उद्यानिकी, पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रगतिशील किसानों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम मे अतिथियों का कृषक आत्माराम गर्ग, सयुंक्त निदेशक राधेश्याम नारवाल, कृषक गंभीरसिंह भोजासर, देवीकिशन चांधन, नारायणदेव शास्त्री सांगड, मालसिंह जामडा, महेन्द्रसिंह उज्जवल, गणेशसिंह दामोदरा, श्रीमति लूणी देवी एवं वंदना शर्मा ने हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम के अन्त में उप निदेशक उ़द्यानिकी हरीसिं राठौड ने अतिथियों एवं किसानो का हार्दिक आभार जताया। कार्यक्रम का सचंालन शिक्षाविद् बराईदीन सावंरा ने किया।