कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।
जनवरी से अब तक 23 काेचिंग छात्राें की सुसाइड के बाद अब प्रशासनिक सख्ती की तैयारी है। प्रमुख शासन सचिव (शिक्षा) भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता सोमवार को स्टेट लेवल कमेटी की बैठक में घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल एक्शन लेने को कहा।
इसके बाद जिला प्रशासन ने कई निर्णय लिए। अब कोचिंग में हर बुधवार काे हाफ टाइम ही क्लास लगेगी, बाकी समय फन एक्टिविटी कराई जाएगी। साथ ही वीसी में सचिव ने काेचिंग संचालकाें से सुसाइड राेकने के लिए उठाए कदम पूछे।
2 सितंबर को स्टेट लेवल कमेटी के सदस्य कोटा जाएंगे। वीसी से सीईओ जिला परिषद, अतिरिक्त कलेक्टर, पुलिस अधिकारी, मनाेचिकित्सक व अन्य प्रशासनिक अधिकारी जुड़े। काेटा में एक साथ दाे स्टूडेंट्स ने सुसाइड पर कलेक्टर ओपी बुनकर का कहा कि उस दिन 10% स्टूडेंट्स काे ही बुलाया था। इनका साेमवार काेे अवकाश रहता है। एसपी शरद चाैधरी ने बताया कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
ये भी... कोर्स कम करने को एक्सपर्ट कमेटी बनेगी
- दाे माह कोई टेस्ट नहीं हाेंगे। ऐसा करने पर काेचिंग सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
- बुधवार काे 3 घंटे पढ़ाई, शेष समय फन एक्टिविटी। काउंसलर की याेग्यता की जांच हाेगी।
- बड़े स्तर पर माेटिवेटर या वक्ता बुलाए जाएंगे। वीडियो यूटयूब पर अपलाेड होंगे।
- कोचिंग में कोर्स कम करने के लिए एक्सपर्ट्स कमेटी बनाकर कोर्स कम करने के सुझाव लेंगे।
- स्टूडेंट्स ऑनलाइन समस्याएं बता सकते हैं। इसके लिए एक फाॅर्म भरना हाेगा।
स्टूडेंट्स थाने का प्रभार डीएसपी रैंक के अफसर के पास, 60 का स्टाफ होगा
पुलिस ने स्टूडेंट थाना खाेलने का प्रस्ताव सरकार काे भेजा है। एसपी शरद चाैधरी ने एएसपी श्रीमन मीणा के साथ मिलकर इसे तैयार करवाया। प्रस्ताव में थाने की माॅनिटंरिग एक डीएसपी के हाथ में हाेगी। यह थाना पूरे शहर के काेचिंग स्टूडेंट की समस्याओं काे देखेगा। एएसपी मुख्यालय श्रीमन मीणा ने बताया पुलिस ने पांच साल के डेटा को आधार रख यह फैसला किया है।
इसमें एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, 3 एसआई, 6 एएसआई सहित हैडकांस्टेबल व कांस्टेबल सहित 60 का पूरा स्टाफ हाेगा। इसमें काेचिंग स्टूडेंट की समस्या सुनी जाएंगी। इसमंे प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक संस्थाओ, हाॅस्टल व काेचिंग वालाें काे भी जाेड़ा जाएगा। एफआईआर दर्ज हाेगी या नहीं, यह प्रस्ताव को देखकर सरकार निर्णय करेगी। दूसरी ओर पुलिस की स्टूडेंट सेल पहले से ही काम कर रही है।
अगस्त में ही तीन मीटिंग और 5 सुसाइड के केस
पिछले 8 माह में 23 सुसाइड के मामले सामने आ चुके। इसमें इस माह में 5 केस शामिल हैं। इस वजह से एक माह के भीतर तीन मीटिंग भी हाे चुकी हैं। 19 अगस्त काे स्वयं सीएम अशाेक गहलाेत ने काेचिंग संचालकाें की बैठक ली थी। इसमें स्टेट लेेवल की कमेटी का गठन किया था। साथ ही एडमिशन से पहले स्टूडेंट्स की काउंसलिंग अनिवार्य की थी। साप्ताहिक अवकाश का निर्णय भी था, लेकिन एक सप्ताह बाद ही 2 स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया हैै। अब कमेटी सख्ती के मूड में है।
बैन कर दो कोचिंग : जोशी
जलदाय मंत्री महेश जाेशी ने कहा कि देशभर में काेचिंग सेंटर्स बंद हाेने चाहिए। केंद्र सख्त कदम उठाए। स्कूलाें की पढ़ाई मजबूत करें ताकि छात्राें काे काेचिंग न जाना पड़े।
डंडे से समझाया जाएगा : प्रताप
मंत्री प्रतापसिंह ने कोचिंग वालों को माफिया बता कहा- संभल जाओ, नहीं तो कानून के डंडे से समझाया जाएगा। पैसे के दम पर बच्चों को परेशान नहीं कर सकते।
मोबाइल मुख्य कारण: मेघवाल
मंत्री गाेविंद राम मेघवाल ने कहा- छात्राें काे माेबाइल के उपयाेग से बचना चाहिए। माेबाइल में अत्याधिक संपर्क में रहने के कारण छात्र अवसाद का शिकार हाे रहे है।
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