चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी 

विगत कई महीनो से नर्सिंग कर्मियों मैं अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करते हुए सरकार को अवगत कराया है लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांगों पर विचार नहीं किए जाने के बाद जिले के लगभग 400 से अधिक नर्सिंग कर्मीयों ने शुक्रवार को कार्य बहिष्कार करते हुए सामूहिक रूप से धरने और प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जयपुर कुच कर गए। जिसके फल स्वरुप जिला चिकित्सालय में मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ा। चिकित्सालय प्रशासन ने दावा किया की नर्सिंग कर्मियों के सामूहिक अवकाश पर जाने से चिकित्सा कार्य में किसी प्रकार के बाधा उत्पन्न नहीं हुई l 

जानकारी के अनुसार अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर विगत करीब डेढ़ महीने से सिर्फ नेतृत्व के निर्देश पर नर्सिंग कर्मी 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर रहे थे और बार-बार चेतावनी भी दे रहे थे। सरकार की ओर से उनकी मांगों पर विचार नहीं किए जाने के बाद शुक्रवार को समस्त नर्सिंग कर्मी सामूहिक अवकाश लेकर जयपुर कूच कर गए जहां पर पूरे प्रदेश से एकत्रित हुए नर्सिंग कर्मियों ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोलेंगे। नर्सिंग कर्मियों के सामूहिक रूप से अवकाश लेने के बाद आज जिला चिकित्सालय में अपना उपचार करवाने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वार्ड और आउटडोर में अनुभवी नर्सिंग कर्मियों के नहीं होने से चिकित्सालय प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए नर्सिंग इंस्टिट्यूट से स्टूडेंट और संविदा कर्मी को ड्यूटी पर लगाया लेकिन कार्य अनुभव नहीं होने के कारण व्यवस्थाओ मे खामिया देखने को मिली l


फिर भी चिकित्सालय प्रशासन ने दावा किया कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानियां नहीं हुई है और सभी का उपचार सही तरीके से किया गया है लेकिन विशेष तौर से ऑर्थो और कई वार्डो में स्थितियां सामान्य दिखाई नहीं दी।