पाली ब्यूरो रिपोर्ट। 

पाली SP ऑफिस के एक लिपिक का फर्जीवाड़ा सामने आया है। लिपिक ने तत्कालीन पाली ASP प्रवीण नूनावत के फर्जी साइन कई फाइलों पर कर दिए। यह फर्जीवाड़ा सामने आने पर एसपी ऑफिस के लिपिक के खिलाफ पद के दुरुपयोग और कूटरचित कागज से धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।

पाली के तत्कालीन एएसपी प्रवीण नूनावत जो वर्तमान में कुचामन-डीडवाना के एसपी है, उन्होंने यह फर्जीवाड़ा पकड़ा। उनकी रिपोर्ट पर फोर्स शाखा प्रभारी वरिष्ठ सहायक रतनलाल के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया है। आरोपी ने पाली के एएसपी रहे प्रवीण नूनावत के फर्जी साइन कर ड्यूटी से नदारद रहे एएसआई से लेकर कॉन्स्टेबल के खिलाफ चल रही विभागीय जांच के मामले में फाइलों पर फर्जी साइन किए फैसला कर दिया।

एएसपी के सामने पेश की जाती फाइलें
बता दे कि पुलिसकर्मियों से जुड़ी लेखा शाखा एवं फोर्स शाखा की विभिन्न फाइल एएसपी के सामने पेश की जाती है, जिन पर फैसला एएसपी की ओर से किया जाता है। फोर्स बल में संस्थापन शाखा का प्रभारी लिपिक रतनलाल है, जो पुलिस अधिकारी-कार्मिकों के गैर-हाजिरी,आमद एवं वेतन संशोधन एवं अन्य मामलों से संबंधित पत्रावलियां एएसपी के समक्ष पेश करता है।

सूचना के बिना 11 दिन गायब रहे एएसआई, अवैतनिक अवकाश मंजूर किया
एएसआई आमसिंह लंबे समय से गैर हाजिर थे। उनकी पत्रावली 1 जून, 2023 को लिपिक रतनलाल ने एएसपी रहे प्रवीण नूनावत के समक्ष पेश की। एएसआई पूर्व में गैर हाजिर होकर 23 नवंबर 2021 को डयूटी पर आमद के लिए पेश हुआ था, जिस पर तत्कालीन एएसपी ने जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर संस्थापन शाखा प्रभारी रतनलाल ने एएसआई की निजी पत्रावली पर स्वयं नोटशीट तैयार उस पर 16 फरवरी 2023 की तारीख अंकित एएसपी सर लिख दिया।

21 अप्रैल, 2023 की तारीख अंकित कर 11 ईओएल यानि अवैतनिक अवकाश मंजूर कर गैर हाजिरी का निर्णय कर दिया। साइन भी फर्जी किए, जबकि प्राथमिक जांच के निर्णय के लिए पत्रावली एएसपी के समक्ष पेश नहीं की। आईपीएस नूनावत के फर्जी साइन से छुटटियां मंजूर करने का पता चलने पर तत्कालीन एएसपी की रिपोर्ट पर कोतवाली थाने में केस दर्ज किया है।

गैर हाजिर कॉन्स्टेबल की 46 पीएल मंजूर कर दी
पाली के एएसपी रहे नूनावत ने कॉन्स्टेबल सुभाष बेल्ट नंबर 782 की गैर हाजिरी से संबंधित प्राथमिक जांच एवं निजी पत्रावली का अवलोकन किया। उसमें भी कूटरचित लिखावट कर नोटशीट पर एएसपी सर लिखकर हूबहू एएसपी की लिखावट में 46 पीएल यानि उपार्जित अवकाश मंजूर कर नीचे एएसपी के साइन कर दिए।

एसपी बोले-फर्जीवाड़ा सामने आया है, जांच कर रहे है
मामले में एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने कहा कि प्रथम दृष्टया बाबू की ओर से फर्जीवाड़ा सामने आया है। आरोपी लिपिक ने किस हद तक फर्जीवाड़ा किया। इसका पता लगाने पुलिस जांच कर रही है। केस की जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।