बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जयपुर में आयोजित सखी सम्मेलन में राजीविका के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से स्थापित प्रदेश की पहली ‘मोरिंगा प्रोसेसिंग यूनिट’ के उत्पाद लांच किए। मुख्यमंत्री ने इसे महिला सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। इंदिरा गांधी महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत 60 लाख रुपए की लागत से यह इकाई बीठनोक में स्थापित की गई है।
कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि सहजन के पौधे को सुपरफूड माना जाता है। यह तीन सौ प्रकार की बीमारियों को दूर करने में सहायक है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए यह अत्यधिक लाभदायक होता है। इन सभी विशेषताओं के मद्देनजर जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की पोषण वाटिकाओं में सहजन के पौधे लगाए जा रहे हैं। राजीविका के बालाजी राजीविका महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति लिमिटेड बीठनोक का चयन इस प्रोसेसिंग यूनिट के लिए किया गया।
प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना के लिए बीठनोक ग्राम पंचायत का भवन समूह को उपलब्ध करवाया गया। चारागाह भूमि पर मुख्यमंत्री नवाचार निधि के माध्यम से 15 लाख रुपए की लागत से ट्यूबवेल खुदवाया गया, जिससे पानी की कमी नहीं रहे। उन्होंने बताया कि गत 13 अप्रैल को इस यूनिट की स्थापना की गई। यहां मोरिंगा और ड्रमस्टिक पाउडर तैयार किया जाने लगा। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को इन्हीं उत्पादों को लांच किया। इस मौके पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने बताया कि समूह द्वारा यह उत्पाद बीकाणा राजीविका फूड प्रोडक्ट नाम से तैयार किए जाएंगे।
इन्हें विभिन्न स्टॉल्स के अलावा अमेजन एवं इंडिया मार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी विक्रय किया जाएगा। जयपुर में मुख्यमंत्री को समूह की मंजू देवी ने पूरी योजना से जुड़ा प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री श्री रमेश मीणा, मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग अभय कुमार, शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग मंजू राजपाल भी मौजूद रहे।
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