चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी

 केंद्र और राज्य सरकारे मिलकर आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कई निशुल्क योजनाएं चला रही है जिससे कि आमजन स्वस्थ रह सके। वहीं दूसरी ओर वर्तमान में आई फ्लू और वायरल का कहर के चलते चिकित्सालय में मरीजों की लंबी लंबी कतारें देखने को मिल रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत चिकित्सक और नर्सिंग कर्मीयों की लापरवाही के चलते उप स्वास्थ्य केंद्र के ताले तक नहीं खुल रहे हैं। कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक और नर्सिंग कर्मी नदारद पाए गए। 

जानकारी के अनुसार वर्तमान में आई फ्लू और वायरल बुखार कहर बरपा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो कई उप स्वास्थ्य केंद्रों जिसमें सहनवा, मानपुरा, आछोड़ा, सहित कई अन्य उप स्वास्थ्य केंद्रों के समय पर ताले भी नहीं खुल रहे हैं। ग्राम वासियों ने बताया कि उप स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत नर्सिंग कर्मी कभी भी समय पर स्वास्थ्य केंद्र को नहीं खोलती है। कई उपस्वास्थ्य केंद्र के ताले कई दिनों से नही खुले है जिसके कारण मरीजों को जिला चिकित्सालय की ओर उपचार कराने के लिए रुख करना पड़ता है। कुछ उप स्वास्थ्य केंद्र पर नर्सिंग कर्मी सप्ताह में  दो या तीन दिन  उप स्वास्थ्य केंद्र पर आती हैं। 

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी और सेमलपुरा में कार्यरत चिकित्सक और नर्सिंग कर्मी अपने हिसाब से और अपने ही समय से स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचते हैं जबकि मरीजों को अपना उपचार करवाने के लिए घंटो तक इंतजार करना पड़ता है। इस स्वास्थ्य केंद्र पर अपना उपचार करवाने के लिए आए देवरी निवासी चुन्नीलाल ने बताया कि आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आई फ्लू का उपचार करवाने के लिए आए थे लेकिन चिकित्सालय में चिकित्सक नदारद मिले। जिसके कारण कई घंटो तक इंतजार भी करना पड़ा है।  इसके बारे में जीतावल निवासी कलाबाई ने बताया कि वह बुखार और अपनी अंगुली की चोट को दिखाने के लिए सवेरे 10  बजे देवरी स्वास्थ्य केंद्र पर आई है लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पर नर्सिंग कर्मी और चिकित्सक दोनों ही अनुपस्थित पाए गए। 

अब प्रश्न यह उठता है कि इन स्वास्थ्य केंद्रों को जांचने की जिम्मेदारी सीएमएचओ और ब्लॉक सीएमएचओ की है लेकिन दोनों ही अधिकारी कार्यालय में बैठकर सवेरे की शाम करते हैं जबकि अधिकारियों ने कभी भी उप स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण कभी नहीं किया जिसके कारण उनको चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों की लापरवाही का अंदाजा नहीं है। 

जानकारी में सामने आया है की ब्लॉक सीएमएचओ और उप स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत नर्सिंग कर्मी के साथ अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर लगे चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों की मिलीभगत के चलते सभी अपनी मन मर्जी के मालिक हो गए हैं और आमजन के लिए सरकार की ओर से शुरू की स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं का लाभ देने के लिए सीधे तौर पर लापरवाही कर रहे हैं l