जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष के पद पर जल्द नियुक्ति समेत पांच मांगों को लेकर उपेन यादव पिछले पांच दिनों से उपवास पर है। मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद से ही उन्हें लगातार ड्रिप चढ़ाई जा रही है। ऐसे में ड्रिप चढ़ते हुए ही बुधवार को उपेन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

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उन्होंने कहा- गांधीवादी तरीके से लंबे वक्त से राजस्थान की युवा अपनी वाजिब मांग को उठा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। मैं पिछले 5 दिन से अन्य त्याग कर बैठा हूं, लेकिन बेरोजगार और युवाओं की सुनने के लिए सरकार का कोई भी राजी नहीं है। ऐसे में आज हमने कर्मचारी चयन बोर्ड मुख्यालय पहुंचकर निवर्तमान अध्यक्ष को ज्ञापन दिया है, लेकिन अगर अब भी सरकार ने हमारी पांच मांगों को पूरा नहीं किया तो प्रदेशभर के हजारों छात्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।

बता दें कि इससे पहले उपेन ने प्रदेशभर के युवाओं के साथ 10 अगस्त को कर्मचारी चयन बोर्ड मुख्यालय पर भी एक दिन का अनशन रखा था, लेकिन सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी। इसके बाद 12 अगस्त से ही उपेन अन्न त्याग कर उपवास पर हैं।

उपेन की प्रमुख मांग

  • कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति तत्काल की जाए। जिससे बोर्ड की दूसरी भर्तियों की प्रक्रिया प्रभावित ना होl
  • फायरमैन, BCI, वनरक्षक, ​अध्यापक भर्तियों का परिणाम तत्काल जारी किया जाएl
  • पशु परिचर, कनिष्ठ अनुदेशक सहित अन्य नई भर्तियों की विज्ञप्ति जल्द जारी की जाएl
  • नई 1 लाख भर्तियों का विभाग वाइज वर्गीकरण करके भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर तत्काल जारी किया जाएl
  • अध्यापक भर्ती में कम किए गए 4500 पदों को वापस जोड़ा जाएl

बता दें कि कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने पिछले महीने जुलाई में ही अपना इस्तीफा सरकार को भेजा दिया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि 'मेरा कार्यकाल इसी 7 अक्टूबर को पूरा हो जाएगा। फिलहाल बोर्ड द्वारा 8 भर्ती परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। ऐसे में अगर मैं अपना कार्यकाल पूरा भी कर लेता तो भी सिर्फ तीन भर्ती परीक्षाओं को पूरा कर पाऊंगा। 5 दूसरी भर्ती परीक्षाएं अपने निर्धारित वक्त से अटक सकती हैं।

ऐसे में मेरी जगह किसी और व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जाएगी तो नया अध्यक्ष आठों भर्ती परीक्षाएं निर्धारित वक्त पर पूरी करा सकता है। इसलिए मैंने अपने पद से इस्तीफा दिया है ताकि राजस्थान के लाखों युवक, जो प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होंगे, उन्हें समस्या का सामना नहीं करना पड़े।