कोटा - हंसपाल यादव
सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कोटा विकास प्राधिकरण (केडीए) को भू माफियाओं द्वारा तैयार किया गया बिल बताया है। बिल के विरोध में भरत सिंह ने अपने समर्थकों के साथ राज्यपाल के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया और बिल को वापस लेने की मांग की। मीडिया से बातचीत में भरत सिंह ने कहा कि महाभारत के युद्ध में अर्जुन ने सामने रिश्तेदार देखकर बाण पटक दिए थे। मैं भी मेरे पार्टी के रिश्ते को सोच लूं ओर बाण पटक दूं। फिर गीता का मतलब क्या हुआ? ये गलत हो रहा है। सामने वाले गलत काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोटा विकास प्राधिकरण, मुख्यमंत्री की बजट घोषणा का हिस्सा है। इसमें हमारे क्षेत्र के 10 गांव को प्राधिकरण का भाग बनाया गया है। कोटा और बूंदी के कुल 86 गांव प्राधिकरण का भाग है। इसका मैंने अध्ययन किया, मैंने पाया कि यह बहुत खतरनाक बिल है। इस बिल को तैयार करने में निश्चित रूप से प्रॉपर्टी से संबंधित लोग, राजनेता भी हैं। उनका बहुत बड़ा योगदान है। जो गांव जोड़े गए हैं, उन गांवों के जनप्रतिनिधियों, प्रधान, जिला प्रमुख, विधायकों से चर्चा ही नहीं की गई। ये गलत हुआ है। बिना चर्चा के सदन में पारित हुआ है। जनता के हित में नहीं केडीए-सिंह ये जनता के हित मे नहीं है। सभी को विरोध करना चाहिए। चुनाव से पहले आखिर समय में इस प्रकार के बिल को गलत मानता हूं। राज्यपाल के नाम ज्ञापन देने आया हूं। मैं सीएम से मिलने गया था। मैंने जिक्र किया था भूमाफियों द्वारा तैयार किया गया बिल है। बस इतनी सी बात हुई। उस दौरान गुढ़ा का प्रकरण चल रहा था। सीएम साहब मुझसे बात कर रहे थे उनका तन मेरे साथ था, लेकिन मन कहीं और जगह था। इसलिए मैंने बात को ज्यादा विस्तार से नहीं कहा।
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