श्रीगंगानगर से राकेश शर्मा 

अनूपगढ़ जिला स्थापना कार्यक्रम सोमवार को धान मंडी परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें बडी संख्या में नागरिक जिला स्थापना के साक्षी बने। जैसे ही मुख्यमंत्री गहलोत ने अनूपगढ़ जिले का उद्घाटन किया, वैसे ही कार्यक्रम में मौजूद लोग खुशी से झूम उठे। शुभारंभ वैदिक विधि अनुसार हवन एवं धर्म सभा के साथ हुआ। आचार्य पंडित राजेश शास्त्री द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ हवन करवाया गया, जिसमें मुख्य अतिथि कैबिनेट  मंत्री गोविंद राम मेघवाल सहित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने आहुतियां डालीं।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी मंत्री एवं आपदा प्रबंधन एवं सहायता, प्रशासनिक सुधार और समन्वय, सांख्यिकी विभाग एवं नीति निर्धारण प्रकोष्ठ  गोविंद राम मेघवाल ने जिले की स्थापना होने पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में लंबे समय से अनूपगढ़ को जिले बनाने की मांग की जा रही थी, जिसे मुख्यमंत्री  गहलोत ने पूरा किया है। इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अनूपगढवासियों की बरसों पुरानी मांग मानते हुए उन्हें जिले की सौगात दी है।

इस अवसर पर संभागीय आयुक्त श्रीमती उर्मिला राजोरिया, श्रीगंगानगर जिला कलक्टर  अंशदीप, रेंज आईजी  ओम प्रकाश पासवान, श्रीगंगानगर एसपी परिस देशमुख, अनूपगढ़ विशेषाधिकारी श्रीमती कल्पना अग्रवाल, पुलिस विशेषाधिकारी श्री राजेंद्र कुमार, जिला परिषद सीईओ श्रीगंगानगर श्री मुहम्मद जुनेद, अनूपगढ़ एसडीएम प्रियंका तलानिया, पूर्व मंत्री श्री हीरालाल इंदौरा, अनूपगढ़ विधायक श्रीमती संतोष बावरी, गंगानगर जिला प्रमुख श्री कुलदीप इंदौरा, अनूपगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका बैलान, डॉ. भीमराव फाउंडेशन के महानिदेशक श्री मदन गोपाल मेघवाल, श्री सुरेश बिश्नोई, अनूपगढ़ पंचायत समिति प्रधान राधादेवी डागला, घड़साना प्रधान रेणु जाखड़, विजयनगर नगर पालिका अध्यक्ष राजेन्द्र लेघा मंचासीन रहे। कार्यक्रम में विशेष अधिकारी कल्पना अग्रवाल की ओर से नए जिलों की अधिसूचना का पठन किया गया। इसमें अनूपगढ़ जिले में शामिल तहसील एवं उपखंड क्षेत्रां, बीकानेर और गंगानगर जिले में शामिल तहसील और उपखंड क्षेत्र की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में उपस्थित धर्मगुरू आचार्य राजेश शास्त्री, पादरी गुरमीत सिंह, सरदार गुरमीत सिंह एवं ताफिक सईद का अभिनन्दन किया गया, जिसके बाद धर्मगुरुओं द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभावों को आशीर्वचन दिए।