चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी
जैसे-जैसे प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारियों, संविदा कर्मियों सहित अन्य विभागों की ओर से सरकार पर अपनी मांगो को मनवाने के लिए दबाव बनाने की रणनीति बनाई जा रही है। इसी के अंतर्गत आज राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन एनएचएम के तत्वावधान में राजस्थान सरकार द्वारा जारी नर्सिंग अधिकारी भर्ती 2023 की दस्तावेज सत्यापन सूची शीघ्र ही जारी कर सितंबर माह तक नियुक्ति दिलवाने एवं यूटीवी नर्सेज के बढ़े मानदेय के अनुसार एनएचएम संविदा नर्सेज का मानदेय भी 37800 करने की मांग को लेकर नर्सिंग कर्मियों ने जिला कलेक्टर और सीएमएचओ को मुख्यमंत्री के नाम के ज्ञापन सौंपा।
इसके बारे में जानकारी देते हुए राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन एनएचएम के पदाधिकारी भरत मेनारिया ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा हाल ही में निकाली गई नर्सिंग भर्ती परीक्षा 2023 में आवेदन एवं त्रुटि संशोधन की प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है। इस भर्ती की प्रक्रिया में 8700 पदों के अनुसार डेढ़ गुना अभ्यर्थियों की दस्तावेज सत्यापन सूची भी जल्दी से जारी करने व इसके साथ ही राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा 3 जुलाई 23 को जारी नोटिफिकेशन के अनुसार यूटीबी आधारित नर्सेज का मानदेय नियमित नर्सेज के बेसिक मानदेय 37800 रुपए के बराबर आदेश हुआ है। एनएचएम के एग्जाम मेरिट भर्ती द्वारा लगे नर्सिंग कर्मियों को मात्र ₹7900 ही दिए जा रहे हैं जो कि न्याय संगत नहीं है। उन्होंने बताया कि राजस्थान का एनएचएम संविदा नर्सेज कर्मी वर्षों से राजस्थान चिकित्सा की रीढ़ की हड्डी बना हुआ है और उनको मात्र ₹7900 मासिक वेतन दिया जा रहा है जो कि काफी कम है। संविदा सेवा अधिनियम 2022 की अभी तक
अनु पालना नहीं की गई है। उन्होंने आज दिए गए ज्ञापन में मांग की है कि नियमों में संशोधन कर प्रदेश के एनएचएम संविदा नर्सेज का मानदेय भी 37800 किए जाए ताकि नर्सेज के एक ही कैडर के बीच मानदेय की विसंगति को कम किया जाए।
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