अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने भीलवाड़ा में नाबालिग से गैंगरेप के बाद हत्या के मामले को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में अगर कोई नैतिकता बची है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे दें। इसके साथ ही उन्होंने अजमेर जिला प्रशासन पर सरकार के दबाव में काम करने का भी आरोप लगाया।

सीएम बताएं कौन नहीं छोड़ने दे रहा कुर्सी

देवनानी ने कहा कि गत 4 साल में बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं राजस्थान में बढ़ी हैं। भीलवाड़ा में हुई घटना हृदय विदारक है। इस घटना ने निर्भया कांड को भी पीछे छोड़ दिया है। राजस्थान में रोजाना बलात्कार की 17 से 20 घटनाएं हो रही हैं। नाबालिग लड़कियों की अस्मिता इस समय खतरे में है। कांग्रेस सरकार पूरी तरह से कलंकित हो रही है। सरकार इस मुद्दे को गंभीरता और संवेदनशीलता से ले। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान मैं पद छोड़ना चाह रहा हूं, मुझे कोई छोड़ने नहीं दे रहा है। पर देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री नाम बताएं कि उन्हें कौन पद छोड़ने नहीं दे रहा। देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुर्सी पर चिपकने के लिए क्या-क्या काम किए हैं जिसे बताने की आवश्यकता नहीं है।

देवनानी ने कहा की अजमेर प्रशासन भी गहलोत सरकार की तुष्टिकरण और दबाव में काम कर रहा है। गुरुवार को जनेश्वर महादेव मंदिर की यात्रा के लिए एसपी से परमिशन लेने के गया था वहां मेरे साथ अभद्रता की गई। देवनानी ने कहा कि यह सिर्फ उनका ही नही सभी शिव भक्तों का अपमान है। सरकारें आएंगी और जाएंगी अधिकारियों को प्रोटोकॉल की पालना करनी चाहिए।