जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (AIFGDA) का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन दिनांक 25 अगस्त से 27 अगस्त को मुंबई में संपन्न हुआ। अधिवेशन में आगामी 2 साल के लिए नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। जिसमें महाराष्ट्र के डॉ राजेश गायकवाड़ नए राष्ट्रीय अध्यक्ष, मध्यप्रदेश के डॉ माधव हसानी राष्ट्रीय महासचिव, राजस्थान के डॉ अजय चौधरी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, डॉ जगदीश मोदी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, डॉ वी पी मीणा संयुक्त सचिव और डॉ बलवंत मंडा को जोनल सचिव चुना गया। बता दें कि तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 28 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया था।
अधिवेशन के मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार के चिकित्सा मंत्री डॉ तनाजीराव सावंत और विशिष्ठ अतिथि महाराष्ट्र के अति मुख्य सचिव मिलिंद महिष्कर रहे। इस दौरान डॉ तनाजीराव ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को बधाई दी और अपने काम और बेहतर तरीके से डिलीवर करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने वादा किया कि वह जल्द ही महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से डॉकटर्स के समान कैडर और प्रमोशन के बारे में केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे। इसके साथ ही अधिवेशन में डॉक्टर्स और हेल्थवर्कर्स पर बढ़ती हिंसा को सुलझाने पर चिंतन और मंथन किया गया। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी ने कहा कि डॉक्टर्स का एकजुट रहना सबसे जरुरी है। इस द्रोण उन्होंने अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ की मजबूती से प्रेरणा लेने का सुझाव दिया। उन्होंने AIFGDA को भविष्य का रोडमैप देते हुए बताया कि संगठन को मजबूत रखने के लिए अनुशासन को बेहद जरुरी है। जिसे लागू करने के लिए कड़े कदम भी उठाने पड़ते हैं।
अधिवेशन में देशभर से आए डॉक्टर्स ने इंडियन मेडिकल सर्विसेज, नेशनल मेडिकल रजिस्ट्री, पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन में सर्विस कोटा, डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन और डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के लिए केंद्रीय कानून जैसे मुद्दों पर मंथन किया। जबकि नई राष्ट्रीय कार्यकारी समिति ने डॉक्टर्स का सम्मान बनाए रखने के लिए लड़ने का संकल्प लिया है। वहीं डॉक्टरों पर हमले, अन्याय, शोषण के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला किया गया।
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