जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर के बाबूलाल जाट (38) शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों का सामना करते हुए शहीद हो गए थे। रविवार शाम करीब 5 बजे पार्थिव देह उनके पैतृक गांव (शाहपुरा के नजदीक हनुतपुरा की डूंगरी वाली ढाणी) पहुंच गई। इससे पहले 9 किमी तक की तिरंगा यात्रा निकाली गई। शहीद के अंतिम दर्शन को भीड़ उमड़ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद कर्नल राज्य वर्धन सिंह राठौड़ भी शहीद बाबूलाल जाट के घर पहुंचे हैं।

उधर, सेना की ओर से शहादत की सूचना शनिवार सुबह करीब तीन बजे बाबूलाल के बड़े भाई भैरुलाल को दी गई थी। बाबूलाल और बड़े भाई भैरुलाल का परिवार गांव में एक साथ रहता है। शनिवार तड़के 3 बजे शहादत की सूचना मिलने के बाद उन्होंने 24 घंटे तक बाबूलाल के परिवार से यह बात छुपा कर रखी। रविवार सुबह 10 बजे शहीद के दोनों बेटों को घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद दिन में करीब 2 बजे पत्नी कमलेश देवी चौधरी और परिवार को बताया गया।

दोनों बेटे कर रहे पढ़ाई
शहीद के परिवार में वीरांगना कमलेश देवी चौधरी और दो बेटे विशाल (18) व विशेष (14) हैं। बड़ा बेटा विशाल सीकर में नीट की तैयारी कर रहा है, जबकि छोटा बेटा विशेष बगरू में 11वीं कर रहा है। दोनों बेटे गांव के बाहर ही रुके हुए हैं।

जयपुर में कैबिनेट मंत्री ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
बाबूलाल जाट की पार्थिव देह श्रीनगर से स्पेशल विमान से रविवार सुबह 11:15 बजे रवाना की गई थी। दोपहर करीब 1:15 बजे जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर पार्थिव देह पहुंची। यहां तिरंगे में लिपटे पार्थिव देह को भारतीय सेना और राजस्थान पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी शहीद को सलामी दी।

निकलेगी तिरंगा यात्रा
जयपुर स्थित सांगानेर एयरपोर्ट से जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए सेना के जवानों के साथ पार्थिव देह को मनोहरपुर थाने में लाया जा रहा है। करीब 70 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद शाम करीब 4 बजे माधोपुर थाने में पार्थिव देह पहुंचेगी।