जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

करणी सेना के संस्थापक और राजपूत समाज के कद्दावर नेता लोकेंद्र सिंह कालवी की 67वीं की जयंती पर आज कालवी फाउंडेशन की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जयपुर के खंडेलवाल कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित सभा में राजपूत समाज के नेताओं के साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने समेत बड़ी संख्या में राजनेताओं ने भी हिस्सा लिया।

इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि स्वर्ण जातियों को EWS आरक्षण दिलाने के लिए सबसे पहले लोकेंद्र सिंह कालवी ने ही आवाज बुलंद की थी। उसी का नतीजा है कि आज स्वर्ण जातियों को 10% आरक्षण का लाभ मिल सका है। उन्होंने कहा कि लोकेंद्र सिंह कालवी ही वह नेता थे। जिन्होंने आम जनता की आवाज को बुलंद किया। पद्मावत फिल्म का विरोध हो या फिर आमजन से जुड़ा कोई और मुद्दा। कालवी हर वक्त जनता के बीच जनता रहकर जनता से जुड़े मुद्दों के लिए लड़ते नजर आए।

श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कल्याण सिंह कालवी जी की वजह से ही आज मैं यहां तक पहुंच पाया हूं। मेरी राजनीतिक यात्रा में उनका बड़ा सहयोग है। इसके बाद उनके बेटे लोकेंद्र सिंह कालवी को भी मैंने नजदीक से देखा है। पिछले 30 सालों में उन्होंने न सिर्फ राजपूत समाज बल्कि आमजन से जुड़े बड़े आंदोलन खड़े किए हैं। उन्होंने न सिर्फ आंदोलन खड़े किए। बल्कि, उनका परिणाम भी हासिल किया है। जिसकी वजह से राजपूत समाज के साथ अन्य समाजों में भी देशभर में आज भी उनका नाम पहचाना जाता है।

इस दौरान लोकेंद्र सिंह कालवी के बेटे और कालवी फाउंडेशन के ध्वजवाहक भवानी सिंह कालवी ने कहा कि मेरी दो पीढ़ियों ने समाज और देश के लिए काम किया है। उन्होंने धरातल पर रहकर मजबूती से आम जनता की आवाज को उठाया है। मैं भी अपने जीवन में उन्हीं के पदचिन्हों पर चल आम जनता के लिए मजबूती से लड़ाई लड़ने की कोशिश करूंगा। ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति तक न्याय और मदद पहुंच सके।

श्रद्धांजलि सभा के दौरान पूर्व मंत्री राजपाल सिंह, श्री राजपूत सभा के अध्यक्ष राम सिंह चंदलाई, सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, करणी सेना के प्रधान संरक्षक प्रेम सिंह सांजू, पूर्व विधायक मान सिंह किनसरिया, मौसम विभाग के पूर्व महानिदेशक लक्षमण सिंह राठौड़, एडिशनल कमिश्नर इनकम टैक्स राजेन्द्र सिंह शेखावत, उद्योगपति मेघराज सिंह रॉयल, यूथ बोर्ड के अध्यक्ष पराक्रम सिंह, पूर्व चैयरमेन भवानी सिंह राजावत, जयंत सिंह गुढ़ा, शक्ति सिंह बांदीकुई, नरेंद्र सिंह महरोली, श्याम सिंह ईटावा समेत बड़ी संख्या में राजपूत समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

फिल्मों का विरोध कर देशभर में चर्चा में आए थे कालवी

लोकेन्द्र कालवी के नेतृत्व में करणी सेना ने राजपूत समाज पर आधारित फिल्मों, सीरियल कई बार जमकर विरोध किया। उन्होंने 2008 में फिल्म मेकर आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'जोधा अकबर' की रिलीज का पूरे राजस्थान में विरोध किया था। इसी तरह एकता कपूर के सीरियल जोधा अकबर का विरोध करते हुए जयपुर में लिटरेचर फेस्टिवल में काफी हंगामा किया था।

साल 2018 में करणी सेना ने फिल्म पद्मावती की रिलीज का भी विरोध किया था। विरोध में कालवी ने खुले मंच से कहा था कि फिल्म में राजपूत वंश की गरिमा के खिलाफ दिखाया गया है। बाद में इस फिल्म का नाम पद्मावत करना पड़ा था।

जाति आधारित आरक्षण का भी किया था विरोध
लोकेंद्र सिंह कालवी ने भारत में जाति आधारित आरक्षण का पुरजोर विरोध किया था। इसे लेकर साल 2006 में कालवी ने श्री राजपूत करणी सेना की स्थापना की थी। कालवी को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कड़ा विरोधी माना जाता था। उन्होंने राजे के पहले कार्यकाल के दौरान सरकार की नीतियों और योजनाओं के खिलाफ कई प्रदर्शन किए थे। उन्होंने भारत में जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था का विरोध कर नए विवाद को भी जन्म दिया था।

जुझारू नेता की छवि
लोकेंद्र सिंह कालवी ने 2003 में देवी सिंह भाटी के साथ मिलकर सामाजिक न्याय मंच बनाया था। सामाजिक न्याय मंच के जरिए सवर्ण आरक्षण की मांग के साथ राजनीतिक भागीदारी की मुहिम भी तेज की उपेक्षित को आरक्षण और आरक्षित को संरक्षण के नारे से पूरे प्रदेश में मुहिम चलाई थी।

सामाजिक न्याय मंच ने साल 2003 के विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाया था। 2003 के चुनाव में सामाजिक न्याय मंच को केवल एक सीट मिली थी। देवी सिंह भाटी को छोड़ मंच से कोई नेता नहीं जीत पाया था।

कांग्रेस और बसपा में भी रहे, बाद में सियासत से दूरी
लोकेंद्र सिंह कालवी साल 2008 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे। साल 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले बसपा में चले गए थे। लेकिन जल्द ही उनका मोहभंग हो गया था। पिछले लंबे अरसे से राजनीति से उनका मोहभंग हो गया था, वे पूरी तरह सामाजिक कामों में व्यस्त हो गए थे।

लोकेंद्र सिंह कालवी के पिता कल्याण सिंह कालवी राजस्थान में जनता दल के राजनेता थे। वह बाड़मेर निर्वाचन क्षेत्र से 1989 में आम चुनाव में 9वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए थे। कल्याण सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के करीबी लोगों में शामिल थे।