जयपुर को दहलाने की साजिश रचने वाले इमरान खान और यूनुस साकी को नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को यहां NIA के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। यहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
1 सितंबर को कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी। रतलाम (MP) के रहने वाले इन आरोपियों की तलाश पिछले साल मार्च से ही थी। जांच एजेंसी ने दोनों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
पुणे पुलिस ने पहले किया था गिरफ्तार
NIA का कहना है कि पुणे (महाराष्ट्र) के कोथरुड़ इलाके में इमरान खान व यूनुस बम बनाने की ट्रेनिंग दे रहे थे। 18-19 जुलाई की रात करीब 3 बजे पुलिस पेट्रोलिंग कर रही थी। कोथरुड़ (पुणे) इलाके से इमरान और यूनुस को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शुरुआती पूछताछ में दोनों पर शक गहराया। इसके बाद पुलिस ने उनके घर की तलाशी ली। यहां से एक लाइव राउंड (जिंदा कारतूस), 4 मोबाइल, लैपटॉप बरामद हुए।
SUFA संगठन के दोनों सक्रिय सदस्य
पुणे CP रितेश कुमार के मुताबिक, पूछताछ में सामने आया कि इमरान खान और यूनुस साकी NIA के वांटेड हैं। इसके बाद पुणे पुलिस ने जांच एजेंसी को सूचित किया। NIA ने दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर पुणे से सोमवार को गिरफ्तार किया और जयपुर लेकर आए। जांच एजेंसी की मानें तो ये दोनों शातिर आरोपी बम बनाने में माहिर हैं। ISIS से प्रेरित SUFA संगठन के दोनों सक्रिय सदस्य हैं।
निम्बाहेड़ा में विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे 3 आरोपी
पिछले साल मार्च में चितौड़गढ़ (राजस्थान) जिले के निम्बाहेड़ा में जुबेर, अल्तमश शेरानी और सैफुल्ला विस्फोटक और बम बनाने की सामग्री के साथ पकड़े गए थे। इनके साथी इमरान और यूनुस यहां से फरार हो गए थे। आरोप है कि ये लोग कार से विस्फोटक जयपुर ले जा रहे थे। जयपुर से करीब 10 किलोमीटर पहले विस्फोटक को जमीन में दबाकर रखने की प्लानिंग थी। जयपुर को दहलाने में इन विस्फोटक का उपयोग होना था। उधर, इमरान और यूनुस पुणे चले गए थे। कार से विस्फोटक बरामद मामले में NIA इमरान और यूनुस को फरार घोषित करते हुए चार्जशीट भी पेश कर चुकी है।
पहले रतलाम, उसके बाद पुणे में ट्रेनिंग कैंप
NIA की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इमरान और यूनुस इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IEED) बनाने में माहिर हैं। दोनों रतलाम (MP) के एक पोल्ट्री फार्म में ट्रेनिंग कैंप चलाते थे। अपने साथियों को भी ये IEED ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दिया करते थे। इसके बाद ये पुणे चले गए। यहां भी ये ट्रेनिंग देते रहे। इसी दौरान पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था। रतलाम के पोल्ट्री फार्म को NIA ने पिछले महीने ही अटैच कर लिया है।
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