जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों के बीच साहित्यकारों को हर साल 11-11 लाख रुपए के चार नकद पुरस्कार देने की तैयारी पूरी कर ली है। राजस्थान के इतिहास में साहित्यकारों को दी जाने वाली यह सबसे बड़ी राशि होगी, जो साल 2024 से राजस्थान साहित्य प्रोत्साहन पुरस्कार के नाम से दी जाएगी। इसकी नोडल एजेंसी राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर है। जिसने यह प्रस्ताव सीएमओ भेज दिया है।

अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण बताते हैं कि सीएम अशोक गहलोत ने मौखिक मंजूरी दे दी है। इस पुरस्कार से साहित्यकारों को मार्च-2024 में पहली बार नवाजा जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान साहित्यकारों को अलग-अलग श्रेणी में 11 लाख नकद पुरस्कार देने वाला पहला राज्य बन जाएगा। वर्तमान में हरियाणा साहित्य अकादमी आजीवन साहित्य साधना सम्मान में 7 लाख रुपए देती है। बता दें कि राजस्थान साहित्य अकादमी हाल ही 3 साल के बकाया पुरस्कारों की घोषणा कर देशभर के साहित्यकारों के बीच चर्चा में है, क्योंकि देश में पहली बार तीन साल के बकाया पुरस्कारों से साहित्यकारों को नवाजा जाएगा।

इन 4 श्रेणियों में मिलेंगे 11-11 लाख

  • पद्म : कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार
  • लोक साहित्य/कला के क्षेत्र में कोमल कोठारी लोक साहित्य पुरस्कार
  • भाषा/लोक साहित्य: डॉ. सीताराम लालस भाषा एवं अनुसंधान पुरस्कार
  • गद्द में विजयदान देथा पुरस्कार

प्रदेश में सबसे कम थी पुरस्कार राशि

फिलहाल राजस्थान में मिलने वाला सर्वोच्च सम्मान पड़ोसी राज्यों के निचली श्रेणी के पुरस्कारों से भी कम है। राजस्थान अकादमी सर्वोच्च मीरा पुरस्कार के लिए 75 हजार, 6 अन्य पुरस्कार के लिए 31-31 हजार और एक अन्य के लिए 21 हजार रुपए देती है, जबकि हरियाणा अकादमी सर्वोच्च पुरस्कार आजीवन साहित्य साधना सम्मान पर 7 लाख रुपए देती है। वहां सबसे कम राशि के सम्मान भी 1-1 लाख रुपए के हैं। दिल्ली की अकादमी सर्वोच्च सम्मान में 5 लाख रुपए देती है। प्रदेश में कम राशि मिलने से जहां लेखकों व साहित्यकारों का मनोबल टूट रहा था।

गैरराजकीय पदाधिकारी चयन समिति अध्यक्ष, अकादमी अध्यक्ष सचिव होंगे

अध्यक्ष डॉ. सहारण ने बताया कि अकादमी ने प्रोत्साहन पुरस्कारों के लिए चयन समिति का प्रारूप फाइनल कर सीएम के पास भेज दिया है। चयन समिति अध्यक्ष प्रदेश सरकार द्वारा मनोनीत गैर राजकीय पदाधिकारी होगा। पद्मश्री, साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित दो साहित्यकारों को भी मनोनीत किया जाएगा। राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर अध्यक्ष और कला एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख शासन सचिव सदस्य सचिव हाेंगे।