उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

दो दिन पहले (24 अगस्त की रात) लापता हुए एक किराना व्यापारी का शव आज सुबह उदयपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म पर मिला। शुक्रवार (25 अगस्त) को ही व्यापारी के बेटे ने एक महिला और उसके पति के खिलाफ सविना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को एक लेटर भी सौंपा था, जिसमें पिता ने ब्लैकमेल करने की बात लिखी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया।

वहीं, मामले को लेकर आज उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा और स्थानीय व्यापारियों ने थाने में हंगामा खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज किया जाए।

रिपोर्ट में लेटर का जिक्र
सविना थानाधिकारी फूलचंद टेलर ने बताया- रेलवे पुलिस की ओर से सूचना मिली थी कि उदयपुर के रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 की बेंच पर एक शव पड़ा है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पड़ताल शुरू की। शव की पहचान सूरजपोल थाना क्षेत्र के न्यू माली कॉलोनी निवासी मोहन लाल नागदा के रूप में हुई।

थानाधिकारी ने बताया कि मामले को लेकर 25 अगस्त को दोपहर सवा दो बजे मोहन लाल के बेटे हरीश नागदा ने सूरजपोल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में हरीश ने बताया कि उसके पिता मोहन लाल (50) पुत्र जगन्नाथ नागदा की सविना मेन रोड पर नागदा जनरल स्टोर नाम से दुकान है।

24 अगस्त की रात 11 बजे दुकान से पिता घर आए थे। सुबह जब देखा तो वे घर पर नहीं मिले। तलाश करने के दौरान उनका फोन घर पर ही था और उसी के पास एक लेटर भी मिला। इसमें सविना निवासी तारा मीणा उर्फ हेमा पत्नी गेबीलाल (देवीलाल मीणा) के उसके पिता को ब्लैकमेल कर रुपए की मांग करने और मारपीट करने की बात लिखी थी।

थानाधिकारी ने बताया कि धारा 384 (जबरदस्ती वसूली) में मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को कल (25 अगस्त) ही गिरफ्तार कर लिया था। प्रारंभिक तौर पर हनी ट्रैप का मामला सामने आ रहा है, लेकिन अभी जांच जारी है। पुलिस ने शव को एमबी चिकित्सालय की मॉर्च्युरी में रखवाया है।

पिता को धमकाने आए थे पति-पत्नी
हरीश नागदा ने बताया कि सविना निवासी तारा मीणा और उसका पति देवीलाल उसके पिता को ब्लैकमेल कर रुपए की मांग करते थे। 24 अगस्त को रात करीब 10:30 बजे तारा व उसका पति बोलेराे लेकर दुकान पर आए और 25 लाख रुपए की मांग करते हुए धमकी दी। उन्होंने पिता से मारपीट भी की। इसके कारण घबरा कर पिता मोहन लाल बिना बताए घर से चले गए।

बेटे ने पुलिस को उस रात आई बोलेरो के नंबर भी दिए हैं। बेटे का आरोप है कि इन पति-पत्नी ने मिलकर पिता की हत्या की है।

लेटर के जरिए बताई परेशानी
बेटे को घर पर मोहन लाल के फोन के पास मिले लेटर में लिखा है- 'ये गैंग है। इसमें 3 लोग हैं। पहले दुकान पर आकर सामान लेते हैं और फिर 2-3 दिन बाद सामान उधार ले जाने लगते हैं। इसके बाद फोन पर अश्लील बात कर उसकी रिकॉर्डिंग कर लेते हैं। फिर डरा-धमका कर रुपयों की डिमांड करते हैं। रात को आकर जबरन बोलेरो गाड़ी में बैठा लिया और मारपीट की। कहा कि अगर रुपए नहीं दिए तो बदनाम कर देंगे।'

लेटर में तारा और देवीलाल के नाम भी हैं। साथ ही एक अन्य व्यक्ति का जिक्र भी किया गया है।

विधायक ने कहा- गिरोह को पकड़े पुलिस
इधर, सविना थाना पहुंचे उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने कहा है कि व्यापारी ने हाथ से लिखकर जो नोट छोड़ा, उससे साफ है कि वह बहुत परेशान था और उसे आत्महत्या करने को मजबूर किया है। इसमें हत्या का मामला दर्ज किया जाए। इसमें शामिल सभी लोगों को पकड़ा जाए और कॉल डिटेल निकाली जाए। पूरे गिरोह का खुलासा किया जाए।

इस दौरान थाने पर स्थानीय व्यापारी भी पहुंच गए और हंगामा किया। व्यापारियों का कहना था कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। रेलवे स्टेशन के आस-पास सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जाएं। इससे पता चल सकेगा कि आखिर मोहन लाल के साथ क्या हुआ था?

पड़ोसी दुकानदार बोला- घबराया हुआ था मोहन लाल
सविना के एक व्यापारी प्रेमाराम पटेल ने बताया कि मोहन नागदा की दुकान मेरे पड़ोस में ही है। 24 अगस्त की रात को बोलेरो लेकर आए लोगों ने मोहन लाल से गाड़ी में मारपीट की, उसे डराया और 25 लाख रुपए मांगे थे। अंदर ही अंदर मोहन घबराया हुआ था और डरा हुआ था।