कोटा ब्यूरो रिपोर्ट। 

कोटा में हाईकोर्ट सर्किट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर एक बार फिर अभिभाषक परिषद ने आंदोलन छेड़ दिया। वकीलों ने 25 अगस्त तक न्यायिक कार्य बहिष्कार की घोषणा की। अदालत परिसर में मीडिया से बातचीत में अभिभाषक परिषद ने व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों से समर्थन की अपील की। 25 अगस्त तक के प्रदर्शन के बारें में जानकारी दी। अभिभाषक परिषद का कहना है कि हाईकोर्ट बेंच स्थापना पर पहला हक कोटा का है। इस हक को लेकर रहेंगे।

अभिभाषक परिषद अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने कहा कि 18 अगस्त को केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर में हाईकोर्ट की वर्चुअल बेंच शुरू करने की तैयारी को लेकर बयान दिया था। इससे कोटा सम्भाग के वकीलों में आक्रोश है।हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर बार एसोसिएशन कोटा पिछले 22 सालों से आंदोलन कर रही है। कोटा में हाईकोर्ट की वर्चुअल बेंच शुरू होने से बूंदी, झालावाड़, बारां जिले के लोगों को फायदा होगा।

प्रमोद शर्मा ने कहा कि कोटा के वकीलों को बीकानेर, उदयपुर में वर्चुअल सेंटर बनने से एतराज नही है। पर कोटा की मांग को दरकिनार नहीं कर सकते। हाईकोर्ट की बेंच पर कोटा का पहला अधिकार है। ये हाड़ौती की जनता से जुड़ा मामला है। इसलिए बुधवार को शहर के व्यापारियों, संस्थाओं से मीटिंग तय की है। गुरुवार को वाहन रैली निकाली जाएगी। शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के केम्प कार्यालय के बाहर धरना देंगे।

अभिभाषक परिषद के महासचिव गोपाल चौबे ने कहा कि बीकानेर को वर्चुअल सेंटर देने से परेशानी नहीं है।लेकिन हाड़ौती की बरसों पुरानी मांग पर कोटा में भी वर्चुअल सेंटर दिया जाना चाहिए।कोटा संभाग के लोगों, जनप्रतिनिधियों, सभी दलों के लोगो से आगे आकर आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।