जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में हमेशा पक्ष विपक्ष के संबंध हीरालाल शास्त्री, जय नारायण व्यास और टीकाराम पालीवाल के वक्त स्थापित हो गए थे, वो चलते चलते आज यहां तक पहुंचे हैं। सदन के अंदर कुछ भी हो.. लेकिन सीपी जोशी हो चाहे राजेंद्र राठौड़ हो, किस प्रकार बाहर आपस में संबंध रखते हैं, यह देश में मिसाल है। इसलिए मैं खुला कहता हूं, इन संबंधों को तोड़ने का प्रयास करता है, उसे हम कभी नहीं बख्शते हैं। बख्शना भी नहीं चाहिए।

सीपी जोशी और धारीवाल नहीं होते तो.. विधायक आवास जैसे बड़े काम कभी नहीं होते। हमने पक्ष विपक्ष ने मिलकर ऐसे बड़े फैसले लिए हैं। यह परंपरा कभी टूटनी नहीं चाहिए। मैं राठौड़ को कहूंगा, कि आप अपनी पार्टी को कहें कि सुझाव दें, मेरे मिशन 2030 के डॉक्यूमेंट के लिए। यह मेरा डॉक्यूमेंट नहीं होगा। 2030 में कौन सीएम होगा, किस पार्टी की सरकार होगी? हम विजन लेकर तो चलें कम से कम। आज आर्थिक विकास दर में आंध्र के बाद दूसरे नंबर पर राजस्थान है। क्यों नहीं हम आज सोचें कि 2030 में राजस्थान नंबर 1 श्रेणी के राज्यों में रहें।

राज्यों में नंबर 1 स्पीकर है तो वे हैं सीपी जोशी

सीएम ने कहा कि सीपीए के माध्यम से सीपी जोशी ने ऐसे काम किए कि पूरे देश के स्पीकर इनको फॉलो करते हैं। देश के राष्ट्रपति व तमाम नेता जयपुर आए। आज देश में नंबर 1 कोई स्पीकर है तो वह सीपी जोशी हैं।

कभी हाउसिंग बोर्ड बंद करने की नौबत आई थी

वसुंधरा राजे के वक्त में कह दिया था, हाउसिंग बोर्ड बंद कर दो, रोडवेज बंद कर दो, तनख्वाह नहीं देने की नौबत आ गई थी। सलाहकार तो प्रमुख राजेंद्र राठौड़ थे। लेकिन पवन अरोडा की करामात है कि उसी बोर्ड में आज 5 हजार करोड़ रु. हैं। 10 हजार करोड़ का टर्नओवर हो गया है।

35 से 59 एमएलए ही दोबारा जीतते हैं: राठौड़

राजेंद्र राठौड़ ने कहा- हमें बताया जा रहा है कि इन आवासों का बस ताला खोलना है। प्रश्न यह है कि ताला खोले कौन? 12 वीं विधानसभा के सिर्फ 57, तेरहवी के सिर्फ 71 और पिछली के सिर्फ 59 दुबारा जीतकर आए।

सीएम के विजन से बने आवास : धारीवाल

नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विजन और सीपी जोशी की जिद के कारण यह इतना बड़ा काम हो सका।

विधायक आवासों के अ‍वलोकन के लिए 2 ई-कार तैयार की गई। पहली में सीएम और धारीवाल थे। दूसरी में स्पीकर सीपी जोशी, राजेंद्र राठौड़ व गोविंद सिंह डोटासरा थे। अवलोकन के दौरान एक-दूसरे को देखकर वे हंस रहे थे। राजस्थान विधानसभा में आमतौर पर स्पीकर की मौजूदगी में डोटासरा और राठौड़ के बीच तीखी नोक-झोंक देखी जाती रही है।

छात्र संघ चुनाव में मैं अथाह पैसा खर्च करने के खिलाफ : गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अलग-अलग कार्यक्रमों में युवाओं, अधिवक्ताओं व अलग-अलग वर्ग के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा तो युवाओं को सीख भी दी। मनचलों के इलाज का पुख्ता काम करने की बात की तो हुक्का बार, ड्रग्स आदि पर कार्रवाई की बात की। गहलोत ने अपने बचपन का सपना भी बताया तो युवाओं को उनका टारगेट भी चुनने की बात कही।

युवा महापंचायत में आयोजित समारोह में गहलोत ने कहा- छात्र संघ चुनाव पर शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ही फैसला करेंगे। हालांकि मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि जब चुनाव बंद हो गए थे। तब मैं ही वह मुख्यमंत्री हूं, जिसने फिर से चुनाव शुरू करवाए थे। आज इस तरह से स्टूडेंट पैसे खर्च कर रहे हैं, जैसे एमएलए-एमपी के चुनाव लड़ रहे हो। आखिर कहां से पैसा आ रहा है और इतने पैसे क्यों खर्च किए जा रहे हैं, जबकि यह सब लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के खिलाफ है।

मैं वकील रहा हूं, आप तो इशारा कर दिया करो

अधिवक्ता संवाद समारोह में गहलोत ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वकीलों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया था। आदर्श समाज के निर्माण में वकीलों की भूमिका अहम है। कहा कि मैं खुद शुरुआती दौर में वकील रहा हूं। जो मांगते हैं उससे अधिक दे रहा हूं। आपकी बिरादरी का मुख्यमंत्री बैठा है। आप मांग ही क्यों रहे हो, मुझे तो इशारा ही बहुत है।