जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी टीम ने मंगलवार को मेवात गैंग के लिए काम करने वाले 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन बदमाशों के पास से 103 एटीएम, 1 चैक बुक, 1 पासबुक और 1 लाख 75 हजार रुपए बरामद किए हैं। गिरफ्तार दोनों बदमाश मेवात गैंग के लिए पिछले एक साल से काम कर रहे थे। ये बदमाश हर दिन साइबर ठगी के 5 लाख रुपए इन एटीएम के माध्यम से निकालते और अपना कमीशन काट कर बाकी का पैसा मेवात गैंग को दे दिया करते थे। प्रारंभिक पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि मेवात गैंग के 15-20 साइबर ठग उनके संपर्क में हैं। इनमें एक पूर्व सरपंच भी हैं। बदमाशों से मिली जानकारी के बाद अलवर एसपी ने एक विशेष टीम बदमाशों को पकड़ने के लिए भरतपुर भेजी है।

एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के दिन सीआईडी सीबी टीम को सूचना मिली कि अलवर जिले में अरावली विहार थाना इलाके में साइबर ठग मौजूद हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार रणजीत यादव और महेन्द्र यादव के पास से सर्च के दौरान पुलिस को एटीएम, नकदी और अन्य दस्तावेज मिले। इस पर अरावली विहार थाने में दोनों बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की गई।

दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह एटीएम से पैसा निकालने और उसे पैसे को मेवात गैंग तक पहुंचाने का काम किया करते थे। इसके लिए उन्हें कमिशन मिला करता था। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने 20 से ज्यादा मेवात गैंग के बदमाशों के बारे में जानकारी दी है। इसमें एक पूर्व सरपंच भी शामिल हैं। जानकार मिलने पर अलवर एसपी ने एक विशेष टीम को भरतपुर भेजा है, जो भरतपुर पुलिस के साथ मिलकर बदमाशों को गिरफ्तार करेगी। इस कार्रवाई में एडिशनल एसपी आशाराम चौधरी, पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत की अहम भूमिका रही। सीआईडी क्राइम ब्रांच के हेड कॉन्स्टेबल कमल सिंह और शंकर दयाल शर्मा की सूचना को विकसित कर अलवर जिले के अरावली विहार थाना इलाके में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।