जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 
लेडीज़ सर्किल इंडिया का चैप्टर जयपुर हेरिटेज लेडीज सर्किल-128 की तीन दिवसीय वार्षिक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस शनिवार को सम्पन्न हो गई।
इसमें 30 देशों की 330 महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आज इसके समापन समारोह से पहले सुबह आज योगा सेशन एवं अन्य गतिविधियां हुई। अब इसका अगला सम्मेलन अगले वर्ष 24 से 26 अगस्त तक मोरक्को में होगा।  
कांफ्रेंस की शुरुआत 24 अगस्त को काफी पारंपरिक तरीके से इंडियन क्लासिक म्यूजिक के साथ हुई और इसके दूसरे दिन लेडीज़ सर्किल जयपुर चैप्टर के दूसरे दिन की शुरुवात एनुअल जनरल मीटिंग के साथ हुई।
मीटिंग में एक साल का डेवलपमेंट ब्यौरा तय किया गया साथ ही शिक्षा के माध्यम से जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रण लिया गया,मानव उत्थान और हेल्थ पर चर्चा हुई।
शाम में कल्चरल नाइट का आयोजन किया गया, जिसमे प्रतिनिधियों को पारंपरिक इंडियन ट्रेडिशंस, इंडियन लाइफस्टाइल और भारतीय व्यंजनों का स्वाद लिया। इसमें कटपुतली शो ,कालबेलिया नृत्य,चूड़ी बनाना,पॉटरी बनाना जैसी पारंपरिक गतिविधियां हुई। विभिन्न देशों की प्रतिनिधि सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न आयोजनों से मंत्रमुग्ध हो गई और भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की सराहना की। उन्होंने आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इन तीन दिनों में उनकी मेहमानबाजी ओर विभिन्न ऐतिहासिक जगहों पर भमण के दौरान भारतीय संस्कृति के दर्शन से वे काफी प्रभावित हुई और यह उन्हें हमेशा याद रहेगी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राजस्थान कल्चरल एंबेसडर
तृप्ति पांडे मौजूद रही जिन्होंने प्रतिनिधियों का स्वागत किया। कांफ्रेंस के पहले दिन प्रतिनिधियों ने अपने देश के झंडों के साथ पारंपरिक परिधान में  परेड किया।
कांफ्रेंस में वाइस प्रेसिडेंट स्वाति जोहर, ट्रेजरर अनिका मित्तल, सर्किल चेयरपर्सन सारिका सर्राफ तथा रितु माहेश्वरी, आकांक्षा सिंघल, नेहा जैन,  सारिका गुप्ता, पूजा बंसल , अंकीता मित्तल , वंदित विजयवर्गीय अदिति जींदल, स्वेता गोलछा आदि ने भाग लिया।
कार्यक्रम सचिव वंदिता विजयवर्गीय और आयोजन समिति सदस्य पूजा बंसल ने बताया कि इसमें यूरोप,स्वीडन, मोरोक्को, यूएसए जैसे 30 देशों की 330 महिला प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जो भारत के लिए गर्व की बात है।
सर्किल कन्वेनर स्वेता गोलछा ने बताया कि मेहमानों को आगरा- दिल्ली में भारत की सभ्यता संस्कृति से रूबरू कराया गया तथा प्रदेश की राजधानी जयपुर में भी उन्हें भारतीय परंपरा एवं संस्कृति से रूबरू कराया गया।
लेडीज सर्किल इंडिया चेरिटेबल एक ऐसा संघटन है जिसका मोटो है "शिक्षा द्वारा आज़ादी"। अब तक लेडीज़ सर्किल इंडिया आठ हजार  क्लासरूम्स का निर्माण कर चुका है और नौ मिलियन बच्चो को सहारा दे चुके है।