जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर मैरियट होटल में 10 अगस्त (गुरुवार) से हिमाचली फ़ूड फ़ेस्टिवल "कांगरा धाम" की हो रही है शुरुआत। शाम 7:00 बजे से ओकरा फाइन डाइनिंग में आप इसका लुफ्त उठा सकते है। बर्फ से ढके पहाड़, हरी-भरी घाटियाँ, हवा में ताजगी, वातावरण में शांति, ये कुछ चीजें हैं जो हिमाचल प्रदेश का सबसे अच्छा वर्णन करती हैं,पर यह की एक अनोखी चीज़ जो अक्सर चुप जाती है यहां का स्वादिष्ट भोजन। सड़क पर सामान बेचने वालों से लेकर प्रामाणिक कैफे और रेस्तरां तक, हिमाचली लोग अपने व्यंजनों में अपना दिल खोल देते है। तो मैरियट लेकर आया है हिमाचल के पारंपरिक व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला जिसमे शामिल है सेपू बड़ी का मदरा,मटन का खट्टा,चिकन क्रोतिवाला,हिमाचली राजमाहा,चने की दाल,काले चने का खट्टा,हिमाचली कड़ी गोभी। फ़ेस्टिवल में मेहमानों को पारंपरिक हिमाचल का जायका और विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा।  हिमाचली व्यंजनों में चना बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस राज्य के सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक मदरा है, ये एक हाई प्रोटीन व्यंजन है जिसमें भिगोए हुए चने और/या सब्जियाँ शामिल होती हैं और लौंग, इलायची, हल्दी आदि जैसे मसालों में पकाया जाता है।

होटल के एक्ज़ीक्यूटिव शेफ़ जतिन्दर धालीवाल, जयपुर मैरियट होटल बताते है की यहां के व्यंजन मसालों का एक आदर्श मिश्रण हैं जो हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण और स्वस्थ हैं। इन व्यंजनों का चयन आपके स्वास्थ्य और आपके शरीर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया गया है। हर डिश का अपना एक फायदा होता है; उदाहरण के लिए, मीठा चावल सबसे आखिर में परोसा जाता है क्योंकि यह पाचन में मदद करता है।  शेफ़ अर्जुन कटोच जो खुद कांगरा,हिमाचल प्रदेश से है वो बताते है की कांगरा धाम सिर्फ एक दावत नहीं है, बल्कि यह स्वाद, मसालों और ढेर सारे प्यार का मिश्रण है जिसके बाद एक संपूर्ण व्यंजन बनता है।