सवाई माधोपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां इस बार बाघिन टी-107 सुल्ताना ने शावकों को जन्म दिया है। पिछले महीने एरोहेड ने शावकों को जन्म दिया था। इसके साथ ही रणथम्भौर में अब 81 बाघ-बाघिन हो गए हैं। बाघ संरक्षण और ग्रामीण विकास समिति का अध्यक्ष रूप सिंह मीणा सहित वन्यजीव प्रेमी खुशी हैं।

रणथम्भौर टाइगर रिजर्व प्रथम के DFO मोहित गुप्ता ने बताया कि रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की ROPT (रेंज ऑफ प्रोजेक्ट टाइगर) रेंज में बाघिन T-107 की शावकों को जन्म देने की संभावना जताई जा रही थी। टाइग्रेस की ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग लगातार की जा रही थी। ROPT रेंज के नाका शेरपुर के काली तलाई के पास शुक्रवार को बाघिन टी-107 एक शावक के साथ कैमरा ट्रैप में कैद हुई है। वनाधिकारियों के अनुसार बाघिन के एक से ज्यादा शावकों को जन्म देने की संभावना है।

T-39 की बेटी है
बाघिन टी-107 बाघिन टी-39 की बेटी है जिसकी उम्र करीब सात साल है। बाघिन टी-107 ने तीसरी बार शावक को जन्म दिया है। इससे पहले बाघिन दो बार मां बन चुकी है। वनाधिकारियों की ओर से फील्ड स्टॉफ को सुरक्षा व मॉनिटरिंग व ट्रैकिंग के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।

पिछले महीने एरोहेड मां बनी थी

उल्लेखनीय है कि रणथम्भौर में जुलाई में बाघिन टी-84 एरोहेड ने शावकों को जन्म दिया था। जिसके बाद बाघिन सुल्ताना ने शावक को जन्म दिया है। फिलहाल‌ रणथम्भौर में 81 बाघ बाघिन और शावक है।

रणथम्भौर की सबसे ज्यादा एग्रेसिव बाघिन

बाघिन सुल्ताना रणथम्भौर की काफी चर्चित बाघिन है। यह रणथम्भौर की सबसे एग्रेसिव बाघिनों में से एक बाघिन है। यह बाघिन पहले जिप्सी का पीछा भी कर चुकी है। इसी के साथ ही बाघिन के कुत्ते का शिकार करने का मामला काफी चर्चित रहा था‌।

सवा साल‌ पहले गौ मुख कुण्ड में गिरा था शावक

बाघिन सुल्ताना ने करीब डेढ़ साल पहले दो शावकों को जन्म दिया था। इनमें एक शावक मिश्रदर्रा गेट स्थित गौ मुख कुण्ड में गिर गया था। वहीं दूसरा शावक भी गुम है। अब बाघिन फिर से मां बनी है। आठ नवम्बर 2020 को पहली बार बाघिन अपने दो नए शावकों के साथ अमरेश्वर वन क्षे़त्र में कैमरा ट्रैप हुई थी।