जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

कांग्रेस सितंबर के दूसरे सप्ताह तक प्रदेश की 200 में से 100 सीटों पर नाम लगभग तय कर देगी। पार्टी जिन सीटों पर मजबूत स्थिति में है या जहां उसे लगातार तीन बार हार का सामना करना पड़ चुका है, उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया जाएगा। 100 में से ज्यादातर सीटों पर एक या दो के नाम ही दिल्ली भेजे जाएंगे।

कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि आलाकमान का मानना है कि 100 सीटों पर सितंबर के दूसरे सप्ताह तक स्थिति स्पष्ट होने से उसे भाजपा पर बढ़त मिलने का अवसर रहेगा। पार्टी का विशेष फोकस उन सीटों पर है, जहां पिछले तीन चुनाव से उसे हार का सामना करना पड़ रहा है। इन सीटों पर दावेदार तय करने से उन्हें चुनाव की तैयारी करने का पूरा समय मिल जाएगा और वे जनता तक अपनी बात ढंग से पहुंचा पाएंगे। इसी तरह जहां पार्टी की स्थिति मजबूत दिख रही है, वहां भी दावेदार तय करने से भाजपा पर दबाव बनाने का अच्छा मौका मिल जाएगा।

सर्वे की रिपोर्ट से तय होंगे दावेदार

कांग्रेस की ओर से प्रदेश की सभी 200 सीटों पर दो सर्वे करा लिए गए हैं और अभी एक सर्वे जारी है। सूत्रों ने बताया कि इन सर्वों से सभी सीटों के प्रमुख दावेदारों की स्थिति साफ हो जाएगी। जिन दावेदारों के नाम तीनों सर्वों में आगे रहेंगे, उनके टिकट लगभग तय माने जाएंगे। इसी तरह जिन्हें लेकर तीनों सर्वे में निगेटिव फीडबैक मिलेगा, वे टिकट की दौड़ में पिछड़ जाएंगे।

उम्र को लेकर नहीं रहेगी शर्त

पार्टी ने लगभग तय कर लिया है कि टिकटों के लिए उम्र को लेकर कोई शर्त नहीं रखी जानी चाहिए। पहला मापदंड यह होगा कि दावेदार जीत की स्थिति में है या नहीं। यदि कोई 80 साल की उम्र का नेता जीत की स्थिति में दिख रहा है, तो उसे टिकट दिया जाएगा। इसी तरह कोई 50 या 55 साल के नेता की स्थिति खराब दिख रही है, तो उसका टिकट काटने में देर नहीं की जाएगी।

गहलोत सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के नाम पर लड़ेंगे चुनाव

सूत्रों के अनुसार अब तक हुए सर्वों में गहलोत सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का अच्छा फीडबैक मिल रहा है। इसे देखते हुए यह लगभग तय है कि आगामी चुनावों में इन्हीं योजनाओं के नाम पर वोट मांगे जाएंगे। इसके अलावा बेरोजगारी, महंगाई, मणिपुर के हालात जैसे मुद्दों को भी जनता के बीच ले जाया जाएगा।

9 अगस्त को बांसवाड़ा आएंगे राहुल

सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी का 9 अगस्त को बांसवाड़ा आने का कार्यक्रम तय हो चुका है। उनका ये दौरा पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।

वे प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ चुनाव की रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं। पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल 11 अगस्त को जयपुर आ सकते हैं और उस दिन महत्वपूर्ण मीटिंग भी हो सकती है।

इस मीटिंग में सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी प्रमुख डोटासरा के अलावा पर्यवेक्षक और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य भी रहेंगे। मीटिंग में चुनाव की रणनीति से जुड़े अहम बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। भाजपा को घेरने वाले मुद्दों को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।