अलवर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व में टाइग्रेस ST-19 अपने दो शावकों के साथ नजर आई है। सरिस्का के वन क्षेत्र में लगाए गए ट्रैप कैमरा की तस्वीरों में टाइग्रेस अपने दो शावकों के साथ बफर जोन में घूमती हुई नजर आई है। शावकों की उम्र करीब तीन से चार महीने की बताई जा रही है। इसमें बाद वन विभाग ने शावकों की सुरक्षा के लिए प्रबंध करना शुरू कर दिया है। टाइग्रेस और शावकों पर लगातार नजर रखी जाएगी।

CM अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर खुशी जाहिर की। CM ने लिखा कि 'वन में नव जीवन, सरिस्का टाइगर रिजर्व से 2 शावकों के जन्म का सुखद समाचार मिला। अब सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। पर्यावरण हेतु महत्वपूर्ण बाघों के संरक्षण हेतु सरकार प्रतिबद्ध है।'

दरअसल, सरिस्का बाघ परियोजना के अलवर बफर रेंज के बारालिवारी वन क्षेत्र में मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आरएन मीणा के कार्यालय वाले बफर वन क्षेत्र में पिछले साल 5 जनवरी को बाघिन एसटी-19 की दो बाघ शावकों के साथ पहली बार नजर आई थी। अब करीब डेढ़ साल बाद एक बार फिर एसटी 19 ने दो शावकों को जन्म दिया है। इनकी आज कैमरा ट्रेप में फोटो आई है।

राजस्थान स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य धीरेंद्र के गोधा ने बताया- राजस्थान में टाइगर की संख्या में हुआ इजाफा प्रदेशवासियों के साथ देश के वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशी की खबर है। राजस्थान सरकार द्वारा टाइगर्स के संरक्षण के लिए किए जा रहे काम का ही नतीजा है कि लगातार प्रदेश में वन्यजीवों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे राजस्थान के पर्यटन को भी बूस्टअप मिलेगा।

राजस्थान के चारों टाइगर रिजर्व की स्थिति

जिलारिजर्वटाइगर की संख्या
सवाई माधोपुररणथंभौर टाइगर रिजर्व73+
अलवरसरिस्का टाइगर रिजर्व30
कोटामुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व1
बूंदीरामगढ़ विषधारी टाइगर1