नागौर ब्यूरो रिपोर्ट।
नागौर कोतवाली में एसएचओ सहित 5 पुलिसकर्मियों को एसपी राममूर्ति जोशी ने शनिवार शाम को निलंबित कर दिया। एसपी जोशी ने बताया कि इसमें सीआई नरेंद्र जाखड़, उनका रीडर और हैड कांस्टेबल लुकमान, कांस्टेबल सुभाष, प्रेमराज और नरेंद्र को निलंबित किया गया है। आदेश में उनके विरुद्ध गंभीर आरोपों को लेकर विभागीय जांच प्रस्तावित बताई गई है। निलंबन के बाद सभी पुलिसकर्मियों का मुख्यालय पुलिस लाइन नागौर ही रहेगा। निलंबन अवधि के दौरान निर्वाह भत्ता के रूप में इन्हें वेतन का आधा हिस्सा मिलेगा। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हुए। एसपी जोशी ने बताया कि अब कोतवाली में नए थानाधिकारी के आने तक एसआई सुखराम कार्यवाहक कोतवाल रहेंगे। गौरतलब है कि दरगाह रोड पर शुक्रवार रात 30 हजार रुपए की उधारी के लेनदेन को लेकर दो पक्षों में करीब एक दर्जन राउंड फायर हुए। इसमें दोनों पक्षों में से तो किसी को गोली नहीं लगी लेकिन अपने बच्चे के लिए दवा लेने आए एक युवक बाजरवाड़ा निवासी इरफान के आंख के नीचे गोली लगी। इसके बाद उसे जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसका उपचार जारी है। फायरिंग के बाद पुलिस ने मौके से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया था। डिप्टी शुभकरण और कोतवाल नरेंद्र जाखड़ मौके पर पहुंचे थे।
दो युवकों के साथ दुर्व्यवहार और अभद्रता का आरोप
एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि सूफी साहब दरगाह रोड पर शुक्रवार रात हुई फायरिंग के मामले के बाद यह एक्शन लिया गया है। सभी पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि फायरिंग मामले में उन्होंने दो युवकों को उठाया और इनके साथ थाने में मारपीट, दुर्व्यवहार करते हुए अभद्रता की। जबकि दोनों युवकों का इससे लेना देना नहीं था। इसको लेकर शनिवार सुबह परिजनों सहित कुछ लोगों ने थाने में विवाद भी किया। मामले की शिकायत एसपी के पास पहुंची। इसके बाद एसपी ने शाम तक सभी आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन का एक्शन लिया। जबकि दोनों युवकों को छोड़ दिया गया।
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