जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर आज सदन में जोरदार हंगामा हुआ। बीजेपी और आरएलपी ने सदन में स्थगन प्रस्ताव के जरिए कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाकर सदन से वॉक आउट किया। स्थगन प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में इंडियन पीनल कोड की जगह गहलोत पीनल कोड लागू है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में गैंगस्टर्स की हिम्मत देखिए, मुझे और रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि को धमकियां दी जाती हैं। लाडनूं विधायक मुकेश भाकर से रंगदारी वसूलने की कोशिश होती है। वहीं मुंडावर विधायक से रंगदारी वसूल कर ली जाती है। लेकिन, प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी फ्लॉप योजनाओं के वीडियो कॉन्टेस्ट कर रहे हैं।

राठौड़ ने कहा कि हम राजस्थान की जनता को सरकार का चेहरा दिखा रहे हैं। अगर सरकार पाक साफ है तो सदन में जोधपुर गैंगरेप, भरतपुर गैंगवार, हिंडौन में दलित युवती की हत्या सहित दौसा की घटनाओं पर सरकार जवाब दे।

जोधुपर गैंगरेप की घटना को लेकर आरएलपी का वॉकआउट
जोधपुर गैंगरेप की घटना को लेकर आरएलपी ने भी सदन से वॉक आउट किया। आरएलपी के तीनों विधायक पुखराज गर्ग, नारायण बेनीवाल और इंद्रा बावरी ने गैंगरेप की घटना में शामिल आरोपियों की फांसी देने की मांग की है।

विधायक नारायण बेनीवाल ने कहा कि जोधपुर में दलित नाबालिग से गैंगरेप हो जाता है। वहीं 7 साल की बच्ची के साथ स्कूल में रेप होता है। लेकिन इन सब के बावजूद भी बड़ी-बड़ी बातें करने वाली बीजेपी के किसी नेता का इन घटनाओं पर बयान नहीं आता है।

लेकिन आरएलपी इस मुद्दे को तब तक उठाएगी। जब तक आरोपियों को फांसी की सजा नहीं हो जाती है।

राजस्थान में हर सप्ताह निर्भया कांड
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में हर सप्ताह एक निर्भया कांड आकार ले लेता है। कभी बेटी को जला दिया जाता है, तो कहीं पर स्कूल में बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना होती है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि भरतपुर में एक गैंगस्टर को पुलिस की मौजूदगी में गोलियों से भून दिया जाता है। जबकि मृतक पहले ही लगातार अपनी जान को खतरा बता कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराने की अर्जी लगा रहा था। राठौड़ ने सवाल उठाया कि आखिर इस घटना के पीछे कौन शामिल हैं। इसका खुलासा होना जरूरी है।