अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ब्यावर के तत्कालीन जिला परिवहन अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि बिना टैक्स की रसीद के वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर सरकार को राजस्व का नुकसान किया। मीणा रिटायर्ड हो चुके है और जयपुर में निवास कर रहे थे। अजमेर एसीबी के उपअधीक्षक राकेश वर्मा ने बताया कि मामला 2018 का है और मीणा को कोर्ट में पेश किया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी कि हरियाणा, दिल्ली, नागालैण्ड, एनसीआर सहित आस पास के क्षेत्रों से यहां भारी वाहन खरीदकर लाए जा रहे हैं। इनमें ट्रेलर, ट्रक, डम्पर सहित अन्य है। इनका सेल्स टैक्स जमा ही नहीं हो रहा है। दूसरे राज्यों से भारी वाहनों की खरीद करने के बाद इसका रजिस्ट्रेशन करवाने से पहले सेल्स टैक्स कार्यालय में शेष टैक्स की राशि जमा करवानी पड़ती है। इस टैक्स की रसीद के आधार पर ही जिला परिवहन कार्यालय में वाहन का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। बिना रसीद के रजिस्ट्रेशन नहीं होता है।
लेकिन ब्यावर में बिना रसीद के रजिस्ट्रेशन किया गया है। दूसरे राज्यों के मुकाबले राजस्थान में इन वाहनों के टैक्स में तकरीबन तीन से चार प्रतिशत का अंतर है। इन वाहनों का टैक्स यहां पर भी जमा नहीं करवाया जा रहा है। तकरीबन एक भारी वाहन पर एक मालिक कम से कम ढ़ाई से तीन लाख तक टैक्स की चोरी कर रहा है। इस शिकायत के बाद परिवहन विभाग ब्यावर से मई 2018 में रिकॉर्ड जब्त कर जांच शुरू की गई। अब इस मामले में तत्कालीन जिला परिवहन अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा को जयपुर निवास से गिरफ्तार किया गया है।
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