जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को जोधपुर शहर के लिए कई विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। पैर में चोट के कारण वे पहली बार जोधपुर के कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से नहीं पहुंचे और वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से जुड़ कर कार्यक्रम को संबोधित किया।

सीएम ने कहा कि अगस्त माह में ही महिलाओं को मोबाइल मिलने की घोषणा पूरी हो जाएगी। उन्होंने पहली बार यह जानकारी साझा की कि एक ही शिविर में अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल महिलाओं को मिलेंगे।

महिलाएं अपनी पसंद के अनुसार मोबाइल सिलेक्ट कर सकेंगी। सरकार ने एक निश्चित राशि तय कर दी है जो कि मोबाइल खरीदने पर उससे संबंधित मोबाइल कंपनी के खाते में डीबीटी के रूप में पहुंच जाएगी। उस निश्चित राशि से ज्यादा का मोबाइल यदि कोई लेना चाहता है तो उसके पैसे खुद उस महिला को ही देने होंगे।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगस्त माह में ही जरूरतमंदों को राशन के किट वितरण करने वाली अन्नपूर्णा योजना भी लांच की जा रही है। सीएम ने 150 करोड़ से ज्यादा की लागत की सौगातें जोधपुर शहर को दी हैं। इस कार्यक्रम का जोधपुर के डीआरडीए हॉल के साथ ही शहर में सात अलग-अलग स्थानों पर लाइव प्रसारण किया गया।

मोदी नहीं कर पाए अपनी योजना लॉन्च

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की चिरंजीवी योजना आम जनता को बहुत फायदा दे रही है। कुछ दिन पहले भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र की 5 लाख बीमा योजना को बड़े-बड़े पोस्टर के साथ लॉन्च किया था। बीकानेर में भी वह इस योजना को लॉन्च करने वाले थे। लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं ने बता दिया कि यहां पहले से ही 25 लाख की बीमा योजना चल रही है तो उन्होंने इस बीमा योजना के लॉन्च को राजस्थान में कैंसिल कर दिया।

भाजपा हमेशा जोधपुर की उपेक्षा करती है

सीएम गहलोत ने कहा कि जब भी भाजपा की सरकार आती है तो जोधपुर को सबसे ज्यादा उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है। पिछली बार एक कॉलेज सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र के लिए घोषित किया था, बीजेपी की सरकार बनते ही उसे सूरसागर में ले गए। यह उनकी काम करने की मानसिकता को दर्शाता है।

जोधपुर ने जो मांगा वह दिया

सीएम ने कहा कि जोधपुर के लिए विकास कार्यों की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी। जोधपुर के नेताओं ने जो भी मांगा वह दिया है। देश का एकमात्र शहर है जहां सबसे ज्यादा इंस्टीट्यूट हैं। आजादी के बाद देश का पहला आयुर्वेद विश्वविद्यालय भी जोधपुर में ही है। हमारी सरकार सोशल सिक्योरिटी पर ज्यादा काम कर रही है।

जब डॉक्टर अनुमति देंगे तो सबसे पहले जोधपुर आऊंगा

सीएम ने कहा कि मुझे दुख है कि व्यक्तिगत रूप से जोधपुर नहीं आ पाया। दोनों पैर के अंगूठे में चोट लगी है और डॉक्टर ने बाहर निकलने से मना किया है। अब जब भी डॉक्टर बाहर निकलने की एडवाइज देंगे तो सबसे पहले जोधपुर का ही दौरा करूंगा। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत भी दी कि अभी जो शिलान्यास करवा रहे हैं अगले दौरे पर वे उन कार्यों की प्रगति भी देखेंगे।