जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा था। आज ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने भी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए। दरअसल, मंगलवार देर रात ओसियां के एक गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर उन्हें जला दिया गया था।

इस घटना से जुड़े सवालों पर जवाब देते हुए दिव्या मदेरणा ने कहा- मैं क्या बताऊं, मैं तो खुद ही सुरक्षित नहीं हूं। मुझ पर पुलिस सुरक्षा में हमला हो जाता है। मेरे पर हमला करने वाले आरोपी आज तक पकड़े नहीं जाते हैं।

दिव्या ने कहा- मैने इस मामले को विधानसभा में उठाना चाहा। मुझे बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा- कल ही हम विधानसभा में संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए बिल लेकर आते हैं। आज यह घटना सामने आ जाती है। सवाल उठना लाजमी है। विधायक दिव्या मदेरणा ने जोधपुर आईजी जयनारायण शेर पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा- ऐसे असक्षम अधिकारियों को तुरंत फील्ड से हटाकर पीएचक्यू में बैठा देना चाहिए।

सीपी जोशी बोले, सीएम तीसरी पीढी से दुश्मनी क्यों निकाल रहे है
विधायक दिव्या मदेरणा के अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करने के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- पता नहीं क्यूं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मदेरणा परिवार की तीसरी पीढी से दुश्मनी निकाल रहे हैं। पहले परसराम मदेऱणा, फिर महिपाल मदेरणा के साथ क्या हुआ। अब बहन दिव्या मदेरणा के साथ ऐसा व्यवहार ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की हमेशा के लिए दुश्मनी निभाने की आदत है। दिव्या मदेरणा एक जनप्रतिनिधि हैं। जनप्रतिनिधि किसी भी दल का हो। उसका सम्मान होना चाहिए। यह एक मुखिया की जिम्मेदारी होती हैं।

गहलोत बेटे का वैभव उठाने में लगे है, राजस्थान का वैभव गिर रहा हैं
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा- लगातार तीन दिन से जोधपुर में घटनाएं हो रही हैं। आज ओसियां के एक गांव में चार लोगों को जिसमें एक मासूम भी हैं। हत्या करके जिंदा जला दिया जाता हैं। सीपी जोशी ने कहा- जब प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जिले में कानून व्यवस्था की यह स्थिति होगी तो प्रदेश में क्या हाल होगा। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेटे का वैभव उठाने में लगे हैं। इससे लगातार राजस्थान का वैभव गिर रहा हैं। सीएम गहलोत को इसकी चिंता नहीं हैं।