जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

प्रदेश की राजनीति में फ्रंट फुट पर खेलते हुए कांग्रेस ने अपनी  घोषित कर दी है।  पार्टी ने 29 सदस्यीय इस समिति की कमान PCC अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को सौंप कर उनमें अपना विश्वाश जताया है। समिति में अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भंवर जीतेन्द्र सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं को जगह मिली है। नई दिल्ली में यह  कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने जारी की। अब यह बात एकदम साफ़ हो गई है कि इस साल के अंत में होने वाला विधानसभा चुनाव गहलोत - डोटासरा के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। 

इस कदम से कांग्रेस आलाकमान ने एक तीर से दो शिकार किए है।  पहला तो सीएम गहलोत की बात मान कर उन्हें राजी रखा गया है और दूसरा उससे भी महत्वपूर्ण कि शेखावाटी के जाटों को साधा गया है जहाँ कि इस बार भाजपा खास फोकस कर रही है। यूँ भी डोटासरा की छवि एक दबंग कांग्रेसी की है जो भाजपा और RSS से सीधे टक्कर लेते हैं। 

हाल ही में डोटासरा ने प्रदेश की जम्बो कार्यकारिणी घोषित की थी और अब चङाव समिति के अध्यक्ष बनने से उनकी बनाई कार्यकारिणी पर भी मुहर लग गई है। डोटासरा की भूमिका पायलट के विद्रोह के समय से खासी महत्वपूर्ण रही है और उन्होने पार्टी को एकजुट रखने में खास भूमिका निभाई है। 

राजस्थान कांग्रेस चुनाव समिति कि लिस्ट

दरअसल, संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल द्वारा जार आदेश के अनुसार समिति में कुल 29 सदस्यों को शामिल किया गया है. जितेंद्र सिंह, रघुवीर मीना, रामेश्वर डूडी, मोहन प्रकाश, रघु शर्मा, हरीश चौधरी, लालचंद कटारिया, महेंद्र जीत सिंह मालवीया, रामलाल जाट, प्रमोज जैन भाया, रमेश चंद मीना, उदयलाल आंजना, प्रताप सिंह खाचरियावास, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, गोविंद राम मेघवाल, शकुंतला रावत, मुरारी लाल मीना, अशोक चांदना, राजेंद्र यादव, सुखराम विश्नोई, नीरज डांगी, धीरज गुर्जर, जुबे खान और ललित तूनवाल को समिति में शामिल किया गया है.