झुंझुनू ब्यूरो रिपोर्ट। 

झुंझुनूं जिले के किसानों को बुवाई किए एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री फसल बीमा का पोर्टल शुरू नहीं हो पाया है।

इसके चलते फसल बीमा का काम अटक गया है। फसल का बीमा नहीं होने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। हर साल सरकार की ओर से फसल की बुवाई होने के पहले ही पोर्टल की शुरुआत कर दी जाती है, लेकिन इस बार बुवाई के डेढ़ महीने के बाद भी पोर्टल शुरू नहीं हो पाया है। बीमा को लेकर किसान दिन रात विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।

झुंझुनूं कृषि विस्तार के संयुक्त निदेशक रामकरण सैनी ने बताया कि इस बार फसल बीमा के लिए सरकार की ओर से कंपनी को हाल में टेंडर किया है। 5 से 7 दिन में पोर्टल शुरू हो जाएगा।

जून में हो जाती है बीमा की शुरुआत

इस बार समय पर पोर्टल नहीं खुलने से किसान अभी तक बीमा करवाने का इंतजार कर रहे हैं। हर साल जून में फसल बीमा की शुरुआत हो जाती है, लेकिन इस बार जुलाई के 12 दिन बीत जाने के बावजूद भी पोर्टल शुरू नहीं हुआ।

डेढ़ महीने पहले हुई थी फसल की बुवाई

किसानों ने ग्वार, मोठ, मूंग, बाजरा की फसल की बुवाई कर दी। फसल बीमा करने के लिए गाइडलाइन जारी नहीं होने के चलते किसानों को फसल का बीमा नहीं हो पा रहा है। किसानों ने बताया कि हर समय फसल बुवाई के साथ-साथ फसल का बीमा कर दिया जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने के चलते किसान भी चिंतित हैं।

ज्यादा बारिश होने से फसलों को अगर नुकसान हो गया तो बीमा नहीं होने के चलते किसानों को क्लेम राशि नहीं मिलेगी।

हर वर्ष लाखों किसान करवाते बीमा

जानकारी के अनुसार झुंझुनूं जिले में कोऑपरेटिव बैंक के सहकारिता समिति के माध्यम से किसानों को मिलने वाले अल्पकालीन ऋण व राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक, भारतीय स्टेट बैंक में संचालित किसान क्रेडिट कार्ड सहित अन्य बैंकों को मिलाकर लाखों किसान हर वर्ष फसल का बीमा करवाते हैं। इस वर्ष अभी तक एक भी किसान का फसल बीमा नहीं हो पाया है।