हनुमानगढ़ - विश्वाश कुमार 

संगरिया नगरपालिका बोर्ड की बैठक का पार्षदों द्वारा पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया और आरोप लगाये कि नगरपालिका संगरिया में भ्रष्टाचार चर्म सीमा पर है तथा राजस्थान में पहली ऐसी नगरपालिका है जिसमें इतना भ्रष्टाचार हो रहा है। बैठक का बहिष्कार पार्षद राजेष डोडा, राहूल पोटलिया, प्रिंस मिढ़ा, दीपेन्द्र जाखड़, भारतभुषण गर्ग एवं मीनू गर्ग द्वारा किया गया और आरोप लगाये कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत जरूरतमंद परिवारो के मकान बनाने हेतु 1,50,000/-रूपये की राशि का आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है लेकिन नगरपालिका संगरिया इसका दुरूपयोग करते हुए अपने चेहतों को एवं जरूरतमंद परिवारों को दरकिनार करते हुए धनाढय एवं पहुंच रखने वाले लागों को उक्त राषि का आवंटन किया जा रहा है। इसके साथ-साथ शहर की सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से ठप हो चुकी है, शहर गर्त की ओर जा रहा है तथा नालो की सफाई नही होने के कारण बरसाती एवं अन्य घरों के पानी की निकासी नही हो पा रही है। जिस कारण गुरूनानक नगर का नया नाम जनता द्वारा डिग्गी वाली बस्ती रख दिया गया है शहर की जनता मौसमी बीमारीया झेल रही है। नगरपालिका चेयरमैन का सफाईकर्मीयो एवं अन्य कर्मचारियों पर किसी प्रकार का कोई नियंत्रण नही है। इसके अलावा नगरपालिका संगरिया के चेयरमैन के चेहते ठेकेदारों का प्रभाव एवं रूतबा इतना बढ़ चुका है कि नगरपालिका प्रांगण में ही पार्षदों को सरेआम डराया व धमकाया जा रहा है तथा समस्त पार्षद पता नही किस दबाव में है, जो उक्त मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है तथा ठेकेदारों के द्वारा चुनिन्दा पार्षदों को दिये जा रहे लोभ-प्रलोभन के कारण संगरिया नगरपालिका चुनिन्दा पार्षदोें के लिये सहायक व्यवसाय के रूप में कम्पनी बन चुकी है। इसलिये ठेकेदारों द्वारा चुनिन्दा पार्षदों को डराये एवं धमकाये जाने के बावजूद भी चैयरमैन एवं चुनिन्दा पार्षद लोभ-प्रलोभन के चक्कर में मौन है। इसके अलावा शहर में उन सड़कों एवं चौंक को तोड़कर नया निर्माण करवाया जा रहा है जहां पर सड़के एवं चौंक सही हालात में है। इसका ताजा उदाहरण शहर का ऋषि आश्रम चौंक है, जहां पर चौंक एवं सड़क सही स्थिति में होने के कारण भी चुनिन्दा पार्षदों द्वारा लोभ-प्रलोभन के चक्कर में उक्त चौंक एवं सड़क को तुड़वाकर नया निर्माण करवाया जा रहा है। इसके अलावा नगरपालिका द्वारा भिन्न-भिन्न वार्डो में पूर्व में बनाई गई इन्टरलोक सड़क की ईन्टे निकालकर सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है। उक्त इन्टरलोक ईन्टे बिना किसी नीलामी(ओकसन) के खुर्द-बुर्द कर दी गई है। पार्षदों द्वारा समस्त मुद्दों की उच्च स्तर पर जॉंच की मांग की गई।