मणिपुर हिंसा के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता बुधवार को सड़क पर उतरे। देहात व शहर कांग्रेस की टीम ने अलग-अलग जगह पर प्रदर्शन किया। कोटा देहात की ओर से कांग्रेस कार्यालय से इंदिरा गांधी मूर्ति सर्किल तक मार्च निकाला गया। कार्यकर्ताओं ने सर्किल पर धरना दिया। धरने में विधायक भरत सिंह कुंदनपुर, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, देहात अध्यक्ष भानुप्रताप, सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
इधर, शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक विरोध मार्च निकाला गया। विरोध मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में पीसीसी सचिव अमित धारीवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, निगम महापौर राजीव भारती समेत पार्षद, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। पदाधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
शहर अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने कहा कि मणिपुर में गांव के गांव जला दिए गए। महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया। इससे बड़ी शर्मनाक घटना आज तक देश में नहीं हुई। दुख इस बात का है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी कुछ नहीं बोल रहे। देश के गृहमंत्री चुप बैठे हैं। गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। देहात अध्यक्ष भानुप्रताप ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि मणिपुर में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं के साथ रेप किया गया। मोदी जी मन की बात करते हैं लेकिन मणिपुर मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। मणिपुर में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।
पीसीसी महासचिव अमित धारीवाल ने कहा कि पूरे विश्व में भारत का सिर शर्म से झुका है। बीजेपी का कोई नेता मणिपुर नहीं जा रहा है। हमारी मांग है कि बीजेपी मणिपुर में सरकार चलाने में नाकाम है। वहां राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।
0 टिप्पणियाँ