जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने प्रहलाद जोशी को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। जोशी के साथ नितिन पटेल और कुलदीप विश्नोई को सह चुनाव प्रभारी बनाया गया है। जो आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान बीजेपी को मजबूत करने का काम करेंगे। शुक्रवार को जोशी, पटेल और बिश्नोई की नियुक्ति के आदेश राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान बीजेपी के प्रभारी अरुण सिंह ने जारी किए हैं।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने विधानसभा और चुनाव के मद्देनजर राजस्थान, मध्यप्रदेश और तेलंगाना के प्रदेश चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। इसमें राजस्थान की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी को दी गई है। वहीं के साथ नितिन पटेल और कुलदीप बिश्नोई को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।

चुनाव प्रभारी बनाए जाने पर प्रहलाद जोशी ने कहा- भारतीय जनता पार्टी द्वारा मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई है। उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा। राजस्थान में आम जनता कांग्रेस को जड़ से उखाड़ फेंकने का मूड बना चुकी है। इस बार ऐतिहासिक बहुमत के साथ फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है।

इसी तरह छत्तीसगढ़ का चुनाव प्रभारी पूर्व सांसद ओम प्रकाश माथुर को बनाया गया है। उनके साथ केंद्रीय मंत्री डॉ मनसुख मंडपिया को सह चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। वहीं मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रदेश चुनाव प्रभारी और अश्वनी वैष्णव को शहर चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है। इसी तरह तेलंगाना में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को प्रदेश चुनाव प्रभारी और बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को सह चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।

विधानसभा चुनाव पर फोकर

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के आला नेताओं का पूरा फोकस राजस्थान पर आ गया है। यही कारण है राजस्थान में बीजेपी द्वारा एक प्रदेश चुनाव प्रभारी और दो सह प्रभारी नियुक्त किए हैं। जबकि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और तेलंगाना में सिर्फ एक-एक चुनाव प्रभारी और सह-चुनाव प्रभारी के पद पर नियुक्ति दी गई है।

इससे पहले 1 जुलाई को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की नई टीम की घोषणा की गई थी। जिसमें 29 पदाधिकारियों को शामिल किया गया था। जिनमें 20 नए चेहरों को पदाधिकारी बना नियुक्ति दी गई थी। वहीं 9 पदों पर पुराने पदाधिकारियों को ही नेताओं को ही फिर से नियुक्ति मिली थी। इसके ठीक 6 दिन बाद अब चुनाव प्रभारी नियुक्त कर बीजेपी आक्रामक मोड में आ गई है।