जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

आज विधानसभा में बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने लाल डायरी लहराकर सनसनी फैला दी। वो लाल डायरी और अपनी बर्खास्तगी को लेकर बोलना चाहते थे। लेकिन स्पीकर सीपी जोशी ने उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद विधानसभा में मारपीट की नौबत आ गई। गुढ़ा ने कहा कि कांग्रसी विधायकों ने उन्हें घेरकर मारा है।

पूरे संसदीय जीवन मे ऐसा दृश्य नहीं देखा: नेता प्रतिपक्ष

इस पूरे घटनाक्रम पर सदन में बीजेपी ने भी जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मैंने मेरे पूरे संसदीय जीवन मे ऐसा दृश्य नहीं देखा। विधानसभा में हाथापाई की नौबत आ गई। विधानसभा के नियमों में अपनी बात कहने का अधिकार है। कोई व्यक्ति त्यागपत्र दे, या उसका त्यागपत्र लिया जाए, उसे अपनी बात कहने का अधिकार है। राजेन्द्र गुढ़ा अपनी बात ही कहना चाह रहे थे। लेकिन उन्हें अपनी बात नहीं कहने दी गई। सरकार मामले से भागना चाह रही है। लेकिन हम सरकार को भागने नहीं देंगे। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मैं राजेन्द्र गुढ़ा से अपील करना चाहूंगा कि वो लाल डायरी के सबूत अगर उनके पास है तो सक्षम जांच एजेंसियों को दें।

लाल डायरी को लेकर पूरा सदन हिला: सतीश पूनिया

पूरे मामले को लेकर उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि एक समय था जब राजेन्द्र गुढ़ा सीएम गहलोत के लाड़ले बने हुए थे। बाड़ेबंदी से लेकर इस्तीफे के दौर तक गुढ़ा सीएम गहलोत के साथ खड़े थे। लेकिन उन्होंने सच बोलकर सरकार को आइना दिखा दिया। पूनिया ने कहा कि आज लाल डायरी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके सिपहसालार घबराए हुए थे। इसलिए राजेन्द्र गुढ़ा को नहीं बोलने दिया गया। आज लाल डायरी को लेकर पूरा सदन हिल गया। हाथापाई व गाली गलौज की नौबत तक आ गई। ऐसे में जरूरी है कि लाल डायरी का रहस्य बाहर आना चाहिए।

लाल डायरी का राज रोकने के लिए गुंडागर्दी कराई गई- गजेन्द्र सिंह

विधानसभा में लाल डायरी को लेकर हुए घटनाक्रम पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी टवीट करके अपनी प्रतिक्रिया दी। गजेन्द्र सिंह ने टवीट करते हुए लिखा- "राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि लाल डायरी में बहुत राज हैं, उसमें 500 करोड़ का हिसाब है और मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत का भी नाम है। आज विधानसभा में लाल डायरी लेकर गए राजेन्द्र गुढ़ा के साथ मारपीट कर उन्हें बाहर कर दिया गया। साफ है कि डायरी में लिखे काले धन के राज और नाम सामने आने से सीएम गहलोत का राजनीतिक जीवन संकट में पड़ जाएगा। कांग्रेस की सरकार तक गिर सकती है। और जैसा गुढ़ा बता रहे हैं, कइयों को जेल भी हो सकती है! विधानसभा सदन में आज राज्य सरकार ने लाल डायरी के राज सामने आने से रोकने के लिए गुंडागर्दी कराई है।

लाल डायरी के कारण राजस्थान शर्मसार हो रहा- अर्जुनराम मेघवाल
इस पूरे घटनाक्रम पर केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने दो ट्वीट करते हुए लिखा- गहलोत की 'लाल डायरी' के कारण आज राजस्थान देशभर में शर्मसार हो रहा है। क्या है उस लाल डायरी में मुखिया जी? जनता जवाब चाहती है कांग्रेस का लोकतंत्र यही है, जहां एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को सत्य बोलने पर पहले मंत्री पद से बर्खास्त किया गया, और अब विधानसभा में भी घुसने नहीं दिया जा रहा है। ऐसा क्या है उस ‘लाल डायरी’ में गहलोत जी? जिसके लिए आप लोकतंत्र को भी शर्मसार करने से पीछे नहीं हट रहे हैं