राजस्थान में बजरी को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। राजस्थान में बजरी को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे सांसद हनुमान बेनीवाल पर अब ऑल राजस्थान बजरी ट्रक ऑपरेटर्स वेलफेयर सोसाइटी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष नवीन शर्मा ने कहा- हनुमान बेनीवाल की वजह से राजस्थान में एक बार फिर अवैध बजरी का काम पनप गया है। जिसका सीधा नुकसान राजस्थान की जनता और वैध बजरी का कारोबार करने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान कि सड़कों पर धड़ल्ले से दौड़ रहे अवैध बजरी से भरे ट्रक-डम्परों पर पुलिस, खनन विभाग और RTO तक कार्रवाई नहीं कर रहे है। उसी का परिणाम है की सिर्फ जयपुर में रोजाना 300 से अधिक वाहन अवैध बजरी की सप्लाई कर रहे है। जबकि जो लोग सरकार को राजस्व देकर नियमों के तहत काम कर रहे थे। उन्हें हर दिन बजरी माफिया के साथ ही पुलिस और प्रशाशन द्वारा परेशान किया जा रहा है।
जिसको लेकर हम सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे है। लेकिन अगर इसके बाद अवैध बजरी माफिया के खिलाफ करवाई नहीं हुई। तो ऑल राजस्थान बजरी ट्रक ऑपरेटर्स वेलफेयर सोसाइटी द्वारा अगस्त के दूसरे सप्ताह में हम जयपुर में बड़ा आंदोलन करेंगे।
लीगल बजरी लीज धारकों के खिलाफ प्रदर्शन करने का आरोप
शर्मा ने कहा कि राजस्थान में हनुमान बेनीवाल ने अवैध बजरी माफिया और जाति विशेष के लोगों के साथ मिलकर में लीगल बजरी लीज धारकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेशभर में बजरी माफिया को शह देकर लड़ाई झगड़े शुरू करवाए। जिसमें पुलिस-प्रशासन भी अवैध बजरी माफिया की मदद कर रहा है।
जिसकी वजह से वैध काम करने वाले लीज धारकों को परेशान होना पड़ रहा है। जबकि अवैध तरीके से बजरी खनन करने वाले माफिया एक बार फिर पनप रहे हैं। जिससे न सिर्फ लीगल काम करने वाले बदली व्यापारी बल्कि, राजस्थान सरकार को भी करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
शर्मा ने कहा कि सांसद हनुमान बेनीवाल के बेवजह प्रदर्शन के बाद हालत बद से बदतर हो गए है। राजस्थान में गुंडाराज पनप रहा है। जिसके बाद लीगल लीज धारकों के नाकेदार और कर्मचारी या तो जेलों में है। या डर से नौकरियां छोड़कर अपने-अपने गांवों में भाग गये हैं। जिससे राजस्थान में अवैध बजरी परिवहन माफियाओं की मौज ही मौज हो गई है।
साल 2017 से 2021 तक कहा गायब थे बेनीवाल
ऑल राजस्थान बजरी ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा ने कहा कि जब राजस्थान में 2017 में बजरी बंद हुई थी। उसके बाद से में लगातार बजरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहा हूँ।
लेकिन सांसद हनुमान बेनीवाल ने तब इसपर एक शब्द भी नहीं कहा। सिर्फ बेनीवाल ही नहीं बल्कि, राजस्थान के 25 में से किसी भी सांसद ने संसद में बजरी की समस्या पर एक शब्द नहीं कहा। लेकिन अब चुनाव नजदीक आने के साथ सभी को बजरी याद आ रही है। जिससे न सिर्फ वैध बजरी का काम करने वाले व्यापारी बल्कि सरकार और जनता को भी सीधा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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