करौली ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान और मध्यप्रदेश को विभाजित कर रही जिले के मण्डरायल कस्बे के पास चंबल नदी पर 126 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित उच्च स्तरीय पुल का मंगलवार को केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। प्रतापगढ़ जिले के दौरे पर आए केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने प्रदेश की अन्य परियोजनाओं के साथ करौली जिले के चंबल नदी पर नवनिर्मित का पुल का भी लोकार्पण किया। वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम से जुड़े।

वहीं, दूसरी ओर पुल निर्माण के श्रेय को लेकर क्षेत्रीय सांसद डॉ. मनोज राजोरिया और मंत्री रमेशचन्द मीना के बीच होड़ नजर आई। वर्चुअल लोकार्पण के बाद मंत्री मीना ने जहां पुल पर जाकर पूजा-अर्चना कर फीता काटा। वहीं, सांसद राजोरिया ने मण्डरायल कस्बे में सभा को संबोधित किया। इससे पहले लोकार्पण के वर्चुअल कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि चंबल नदी पर बिज्र निर्माण की मांग पूरी हुई, जिसकी मुझे खुशी है। वे बोले कि मैंने उच्च स्तरीय पुल निर्माण का वादा किया था, जो पूरा हुआ है। पुल के बनने से मध्यप्रदेश के मुरैना, शिवपुरी सहित अन्य शहरों-कस्बों से राजस्थान के करौली सहित अन्य स्थानों पर आवागमन में फायदा मिलेगा।

इस अवसर पर यहां कलक्ट्रेट स्थित जिला स्तर के डीओआईटी के वीसी कक्ष में लोकार्पण का लाइव प्रसारण देखा गया, जिसमें ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेश चंद मीना, क्षेत्रीय सासंद डॉ. मनोज राजोरिया सहित जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, सार्वजनिक निर्माण विभाग अभियंता शिवकेश मीना, शरतकुमार मीना आदि भी मौजूद रहे। केन्द्रीय मंत्री गडकरी द्वारा पुल का वर्चुअल लोकार्पण करने के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री और क्षेत्रीय सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने डीओआईटी परिसर में शिला पट्टिका का अनावरण किया। गौरतलब है कि चंबल पर जुलाई 2019 में उच्च स्तरीय पुल निर्माण का कार्य जुलाई 2019 में शुरू हुआ था। 126.76 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस हाई लेबल ब्रिज की लम्बाई 1150 मीटर है। वहीं, दोनों राज्यों की सीमाओं की ओर 1740 मीटर की अप्रोच सड़क का भी निर्माण कराया गया है।

सांसद ने सभा को किया संबोधित
उद्घाटन के बाद सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने मंडरायल कस्बे में सभा को संबोधित किया। इस दौरान सांसद बोले की उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। उन्हीं के प्रयास है कि मंडरायल पर चंबल पुल का निर्माण पूरा हुआ है। चंबल पुल निर्माण से ना सिर्फ क्षेत्र के लोगों को साथ ही दिल्ली से लेकर मुंबई तक आने जाने वाले यात्री तथा वाहन चालकों को भी सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर मंडरायल के होरिया पाड़ा अंबेडकर पार्क में बड़ी स्क्रीन लगाई गई। जहां चंबल पुल लोकार्पण वर्चुअल प्रसारण किया गया।

दशकों का सपना हुआ साकार: मीना
वर्चुअल लोकार्पण के बाद मंत्री रमेश मीना मण्डरायल के समीप चम्बल नदी पर नवनिर्मित पुल पर पहुंचे, जहां क्षेत्र के लोगों ने आतिशबाजी और बैण्डबाजे के साथ मंत्री का स्वागत किया। वहीं, खुशी में लड्डू बांटे गए। मंत्री ने मीना ने पुल पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंत्रोच्चारण के साथ भगवान मदनमोहनजी और कैलामाता की पूजा-अर्चना की। इसके बाद फीता काटा। इस मौके पर लोगों के साथ मंत्री रमेश मीना भी पुल निर्माण होने से प्रफुल्लित नजर आए। मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह दशकों का सपना था, जो आज पूरा हुआ है। मंत्री ने कहा कि आजादी से बाद मण्डरायल इलाके के लिए यह बड़ी सौगात है। पुल के अभाव में चम्बल नदी को पार करना कठिन होता था। बारिश के दौरान उफान आने पर तो आवागमन ही मुश्किल हो जाता था।

मंत्री वे बोले कि मैं क्षेत्र से तीसरी बार विधायक हूं और अपने पहले कार्यकाल से ही विधानसभा में चम्बल पर पुल निर्माण के मुद्दे को लगातार उठाता रहा हूं। अथक प्रयासों के बाद यह सपना साकार हुआ है। इससे न केवल दोनों राज्यों के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा, बल्कि व्यापारिक-सामाजिक रिश्ते भी मजबूत होंगे। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मध्यप्रदेश के शहरों की दूरी कम होने से समय और राशि की बचत होगी।इस मौके पर क्षेत्र के पंच-पटेलों, ग्रामीणों ने मंत्री का माला-साफा पहनाकर स्वागत किया और आतिशबाजी करते हुए लड्डू बांटे गए। इस मौके पर कांग्रेस नेता भूपेन्द्र भारद्वाज, उद्योसिंह एडवोकेट, सुशील शर्मा, लक्खीराम बैरवा, जलधारी मीना सहित सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पंडित योगेश शर्मा ने किया।