हनुमानगढ - विश्वास कुमार 
हनुमानगढ़ जिले में घग्गर नदी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। आज हरियाणा के ओटु हैड से घग्गर नदी में 22000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जिसके बाद जिला प्रशासन ने घग्गर नदी के किनारे वाले संवेदनशील गांवों को खाली करवाना शुरू कर दिया वहीं हनुमानगढ़ टाउन और जंक्शन में घग्गर नदी के किनारे की कई कॉलोनियों के निवासियों को भी सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं और इसके लिए जिला प्रशासन ने कई स्थानों पर राहत कैंप बनाए हैं। नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी माइक पर नागरिकों को चेतावनी दे रहे हैं और कहा जा रहा है कि वह समय रहते सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं अन्यथा प्रशासन द्वारा कॉलोनियों और गांवों में खाली करवाया जाएगा वहीं संभागीय आयुक्त बीकानेर ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिले में 9 आरएएस अधिकारियों को डेपुटेशन पर लगाया है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने पेट्रोल पंपों को 24 घंटे खुला रखने और राशन सामग्री की उपलब्धता के निर्देश भी दिए हैं।
प्रशासन की आपात बैठक 
हनुमानगढ़,टिब्बी और पीलीबंगा के सभी स्कूलों में छूटी घोषित,24 घण्टे खुले रहेंगे पेट्रोल पंप और राशन के दुकानदार आरक्षित रखेंगे सामग्री।
जिले के घग्घर नदी में पानी के अधिक बहाव के मद्देनजर हनुमानगढ़, टिब्बी और पीलीबंगा के सरकारी और गैरसरकारी विद्यालयों को शनिवार को बंद रखे जायेंगे । सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियों को निरस्त कर दिया गया है और सुरक्षात्मक दृष्टि से रिलीफ सेंटर, भोजन व्यवस्था, सफाई, मेडिकल सहित सभी तैयारिया कर ली गई है । घग्घर नदी में बढ़ रही पानी की आवक को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सुरक्षात्मक उपायों के लिए कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में बोली जिला कलक्टर रूक्मणि रियार । बैठक में जिला कलक्टर समेत एसपी सुधीर चौधरी, प्रशिक्षु आईएएस प्रीतम जाखड़, एडीएम श्रीमती प्रतिभा देवठिया, एडीएम नोहर श्रीमती चंचल वर्मा, एडिशनल एसपी जस्साराम बोस सहित सभी एसडीएम और सेना के अधिकारी उपस्थित रहें । 
जिला कलक्टर ने बैठक में बताया की पिछले समय 1995  मे आई बाढ़ को देखते हुए व्यवस्था की जा रही है।उस वक्त गुलाचिका में 65 से 70 हजार क्यूसेक पानी था, जबकि पिछले दिनों 80 हजार से 1 लाख तक पहुंच गया था। शुक्रवार रात तक जिले में 17 से 20 हजार क्यूसेक तक पानी चलने की संभावना है। ओटु हैड से रिलीज हो रही पानी की मात्रा को देखते हुए हम सुरक्षात्मक उपाय अपना रहे है ।अगर लोगों को शिफ्ट करने की नौबत आती है तो उनके रहने,खाने-पीने, सफाई और मेडिकल व्यवस्था को चिह्नित कर लिया गया है। जिले में घग्घर नदी 50 से 53 किलोमीटर बहती है, इसे 10-10 किलोमीटर के दायरे में बांटते हुए अधिकारियों और टीम को नियुक्त किया गया है । सिंचाई विभाग ने 18 स्थलों को चिह्नित किया है, जहां से टूटने की संभावना हो सकती है, उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है ।
अभी आर्मी को कहीं नहीं लगाया गया है
जिला कलक्टर ने बताया की आर्मी को अभी फिलहाल जिले में कहीं नहीं बुलाया गया है, सुरक्षात्मक दृष्टि से उन्होंने क्षेत्र का निरीक्षण किया है। आर्मी के संसाधनों का जायजा लिया गया है, जरूरत पड़ने पर 2 घंटे में आर्मी को लगाया जा सकेगा। तीनों ब्लॉक के लिए एक एक आर्मी की यूनिट को स्टैंडबाय पर रखा है । जिले में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, 2-2 एसडीआरएफ की टीम टिब्बी, पीलीबंगा, हनुमानगढ़ लगाई गई है और 1 एनडीआरएफ की टीम को हनुमानगढ़ में रिजर्व रखा गया है, 2 और एसडीआरएफ की टीम अजमेर और जयपुर से बुलाई गई है, और 2 एनडीआरएफ की टीम स्टैंडबाय पर है । तटबंधों की निगरानी के लिए एसडीएम लगाए गए है, भोजन और राहत केंद्र के लिए सीईओ जिला परिषद को नियुक्त किया गया है । दवाइयों और मेडिकल टीम के लिए सीएमएचओ और एसीएमएचओ, मिट्टी के कट्टो के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए गए है। डीएसओ को पेट्रोल और डीजल को आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए है । शाम को 5 बजे वीसी से व्यवस्थाओं का रिव्यू किया जाएगा 
ओटू हैड से 20 हजार क्यूसेक से अधिक मात्रा में पानी रिलीज होने पर संवेदनशील क्षेत्र के लोगों को रिलीफ सेंटर में भेजा जाएगा । घग्घर से आईजीएनपी में पानी डालने का प्रयास है, जीडीसी में 13 हजार क्यूसेक और नाली में 5 हजार क्यूसेक से अधिक पानी बढ़ता है, तो लोगों को शिफ्ट किया जायेगा । जिला कलक्टर ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए की प्रत्येक घंटे पानी की वस्तुस्थिति से अपडेट करें।
स्कूलों में छूटी घोषित
पानी की अत्यधिक आवक के चलते सुरक्षा की दृष्टि से जिले के  टिब्बी, हनुमानगढ एवं पीलीबंगा ब्लॉक के सभी राजकीय/गैर - राजकीय विद्यालयों को आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया है। इन सभी विद्यालयों के स्टॉफ को निर्धारित समय अनुसार संस्थान में उपस्थिति होना होगा। बाढ़ की स्थिति में अपने कार्य स्थल तक न पहुंच पाने की स्थित में अपने उच्च अधिकारियों से निर्देश लेंगे ।
24 घण्टे खुले रहेंगे पेट्रोल पंप और राशन के दुकानदार आरक्षित रखेंगे सामग्री
बाढ़ पूर्व तैयारियों के दृष्टिगत आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 में वर्णित प्रावधानों के अनुसार आपदा की स्थिति को देखते हुये जिले में स्थित पेट्रोल पम्प 24 घण्टे खुले रखकर पेट्रोल एव डीजल की मात्रा को आरक्षित करेंगें एवं जिले की समस्त राशन की दुकानों की खाद्य सामग्री को भी आरक्षित रखें।