पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा है कि तीनों मुद्दों पर पार्टी और सरकार में सहमति है। खड़गे साहब के यहां बैठक में मैंने अपनी बात को उठाया था। मेरे तीन मुद्दे थे। पेपरलीक पर कार्रवाई हो, आरपीएससी के सदस्य बनते हैं। उनके चयन के लिए कोई न कोई मापदंड हो और उनकी नियुक्ति पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए, क्योंकि वहीं से पेपर होते हैं, इंटरव्यू होते हैं। मैंने पेपर लीक,आरपीएससी मेंबर्स के चयन के मापदंड तय करने और बीजेपी राजे के करप्शन को लेकर जो बात रखी थी इन तीनों बातों पर पार्टी और सरकार में सहमति है। आने वाले समय में नियम कानून बनेंगे और प्रदेश सरकार धरातल पर कदम उठाएगी। पायलट जयपुर में कांग्रेस सत्याग्रह में भाग लेने से पहले मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
पायलट ने कहा- सरकार नियम कानून बनाकर नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रखे, यह हम सबकी प्राथमिकता है कि पढ़े-लिखे नौजवानों को उनके मन में इन संस्थाओं के प्रति विश्वास जागे। पेपरलीक का प्रकरण चल रहा है उसे समाप्त किया जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए। पेपरलीक में कोई कितना ही बड़ा हो,उस तक सरकार के हाथ पहुंच सके यह इस कानून से संभव हो सकेगा। आरपीएएससी मेंबर्स की नियुक्ति के लिए ऐसा कानून बन जाए जिससे इन संस्थाओं पर कोई कोई उंगली न उठा सके। बीजेपी राज के करप्शन पर भी जांच होगी।
सत्ता-संगठन मिलकर लड़ेंगे तो सरकार रिपीट होगी
पायलट ने कहा- अभी कुछ दिन पहले खड़गे साहब और राहुल गांधी ने मीटिंग बुलाई थी। प्रदेश के सभी नेता वहां मौजूद थे, सब ने मिलकर निर्णय लिया है कि इस बार हम परिपाटी को तोड़ेंगे और कांग्रेस की सरकार रिपीट करेंगे।भाजपा के अंदर जो भी बिखराव है, सिरफुटव्वल है वो सब देख रहे हैं। मैं ऐसा मानता हूं कि संगठन और सत्ता मिलकर काम करेंगे तो 25 साल का यह जो क्रम चल रहा है उसको हम तोड़ सकते हैं। जैसा वेणुगोपालजी ने कहा था कि मिलकर चुनाव लड़ेंगे और मिलकर हम चुनाव जीत भी सकते हैं।
राहुल गांधी काे टारगेट किया गया
पायलट ने कहा- राहुल गांधी ने हमेशा लोगों को जोड़ने की बात की है उनको भी टारगेट करके जिस तरह से घटनाक्रम बीता है,वह हम सबके सामने है लेकिन हम लोग पीछे हटने वाले नहीं हैं। हम डटकर सामना करेंगे और जनता के बीच में जाएंगे। लोकतंत्र में जनता सबसे बड़ी ताकत है, मुझे लगता है लोगों का भाजपा की सरकार से मोहभंग हो गया है।
आज टकराव और नफरत का माहौल
पायलट ने कहा- जो भी केंद्र की सत्ता में बैठे लोगों को बेनकाब करने की बात करता है, हकीकत बयान करता है, बिना डरे हुए अपनी बात रखता है उसे साजिशन दबाया जाता है। लोकतंत्र में न्याय होना चाहिए। खुले मन से बात करने की आजादी होनी चाहिए। आज टकराव और नफरत का माहौल बन रहा है। अलग-अलग एजेंसीज का दुरुपयोग किया जा रहा है।
संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। यह हमारे भारतीय लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। इसको देखते हुए पूरे देश भर में कांग्रेस पार्टी ने मौन व्रत रखा। देश के लोगों को जागरूक करने के लिए संदेश जन-जन तक पहुंचे और लोकतंत्र में हमारी आस्था को बरकरार रहे।
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