जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

दिल्ली AICC मुख्यालय में हुई बैठक में राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गहलोत सरकार की तारीफ करने के साथ कई मुद्दों पर सुझावों के साथ तंज भी कसे। फैसले लेने में देरी और ब्यूरोक्रेसी हावी रहने के मुद्दे पर राहुल-खड़गे ने गहलोत पर तंज कसा। राहुल गांधी ने बैठक के दौरान गहलोत से सरकार में ब्यूराेक्रेसी के हावी रहने पर सवाल उठाते हुए इस पर कंट्राेल करने और कार्यकर्ताओं को अहमियत देने की नसीहत दी।

राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान सरकार की योजनाएं शानदार हैं, उनकी मैं तारीफ करता हूं। मैं कुछ कमियां भी बताना चाहूंगा। आपकी योजनाएं कार्यकर्ताओं के माध्यम से लागू नहीं हो रहीं। ब्यूरोक्रेसी को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है, ब्यूरोक्रेसी हावी है। सरकार कार्यकर्ताओं की लगनी चाहिए और उन्हें महत्व मिलना चाहिए। अभी भी जितना वक्त बचा है, वह कार्यकर्ताओं को मैसेज देने के लिए काफी है।बैठक खत्म होने के बाद राहुल गांधी और खड़गे ने ट्वीट करके राजस्थान सरकार की तारीफ करते हुए फिर से कांग्रेस सरकार बनाने का दावा किया।

गहलोत से खड़गे ने कहा- काल करे सो आज कर, आज करे सो अब

खड़गे ने भी गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ की, लेकिन फैसले लेने और काम करने में देरी पर सवाल उठाए। खड़गे ने कहा- जो करना है जल्दी कीजिए, अब टाइम नहीं बचा है। खड़गे ने कबीर का दोहा सुनाते हुए कहा- गहलोत जी अब वक्त नहीं बचा है। मैं आपको कबीर का दोहा सुना रहा हूं।

'काल करे सो आज कर, आज करे सो अब। पल में प्रलय होगी , बहुरि करेगा कब।' खड़गे ने दोहा सुनाने के बाद गहलोत से कहा- आप सुन रहे है न मैंने क्या कहा? खड़गे ने कहा कि एससी-एसटी अत्याचारों से जुड़े मामलों पर एक्शन लेने में तेजी दिखानी होगी। पार्टी के काेर वोट बैंक को मैसेज देने वाले काम तुरंत करने की जरूरत है। अक्सर फैसले लेने में देरी से बहुत नुकसान होता है।

खड़गे ने कहा कि पार्टी के परंपरागत वोट बैंक जिनमें एससी, एसटी, कमजोर तबके को साथ लेकर उसे मैसेज देने की जरूरत है। उसके बीच काम करना होगा।

गहलोत बोले- एससी-एसटी के चार-चार मंत्री बनाकर अहम विभाग दिए
सीएम अशोक गहलोत ने बैठक के दौरान सरकार की योजनाएं गिनाते हुए दावा किया कि इससे सरकार के पक्ष में जोरदार माहौल बना है। हर वर्ग जुड़ा है, अब एक होकर काम करने और बीजेपी से मुकाबले का वक्त है। हमने एससी-एसटी के चार-चार मंत्री बनाकर उन्हें अहम विभाग सौंपे हैं। इस बार जनता हमें आशीर्वाद देगी।

कार्यकर्ताओं और नेताओं को घर-घर जाकर योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाना होगा। गहलोत ने कहा कि इस बार टिकट जल्दी तय होनी चाहिए, ताकि फील्ड में काम करने का वक्त मिल सके। सर्वे में जिन विधायकों की हालत कमजोर है, उनकी टिकट पर फैसला एआईसीसी के स्तर पर ही होना चाहिए।

पायलट बोले- एक महीने पहले खड़गे की कही बात को आदेश माना
बैठक में सचिन पायलट ने कहा- एक महीने पहले खड़गे ने मुझसे कहा था कि जो बीत गया वह वक्त वापस नहीं आने वाला है। इसलिए भविष्य को देखो और पुराना भूलकर नए सिरे से काम में जुटिए। मैंने इस बात को आदेश के रूप में माना है। हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना है।

रघु शर्मा बोले- हम तीन चुनाव बुरी तरह हारे हैं
बैठक में पूर्व मंत्री और गुजरात प्रभारी रहे रघु शर्मा ने कहा- हम राजस्थान में तीन-तीन चुनाव बुरी तरह हारे हैं। हम साल 1998 के बाद पूर्ण बहुमत में सरकार नहीं बना पा रहे हैं। साल 2003 और 2018 में हमारी सरकार बन गई, लेकिन पूरा बहुमत नहीं आया।

हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है, लेकिन केवल इस भरोसे ही यह गारंटी नहीं दे सकते। सरकार रिपीट करने के लिए जी-जान लगाकर मेहनत करने की जरूरत है, इतना आसान नहीं है। सरकार में रहते हुए पुराने उदाहरणों और कमियों से सीख लेकर उन्हें ठीक किए बिना बात नहीं बनेगी। जाे नेता हार रहे हैं उनके टिकट काटे जांए, चाहे वह कोई भी हो। जब तक यह नहीं होगा तब तक आसान नहीं है।

खाचरियावास बोले- आक्रामकता से चुनाव लड़ना होगा
बैठक में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा- हमें एग्रेसिव होकर चुनाव लड़ना होगा। पावर सेंट्रलाइज नहीं डिसेंट्रलाइज करना होगा। सरकार का पावर मंत्री, विधायक सबके पास होना चाहिए, इनके कहे अनुसार काम होने चाहिए। अब सड़क पर उतरने के 85 दिन बचे हैं, अब लीडरशिप डेवलपमेंट जैसी एक्सासाइज के लिए वक्त नहीं है। हमें माेदी सरकार को घेरना चाहिए और बीजेपी को जनता के बीच एक्सपोज करना चाहिए।

हरीश चौधरी बोले- हारने वाले विधायकों के टिकट काटे
हरीश चौधरी ने बैठक में सुझाव दिया कि ओबीसी का आरक्षण 21 से बढ़ाकर 27 फीसदी करने का फैसला तत्काल होना चाहिए। यह फैसला तत्काल हुआ तो कांग्रेस को फायदा होगा, अब इस काम में वक्त नहीं बचा है। ग्राउंड में जिन विधायकों की हालत कमजोर है, उनके टिकट कटने चाहिए, अगर सर्वे में मेरी हालत भी ठीक नहीं आती है तो टिकट काटने में हिचकिचाहट नहीं करनी चाहिए। हमें सरकार रिपीट करनी है तो टिकट बांटने में कड़ाई से मापदंडों का पाल करना होगा।